कैमूरः जिलें में दो दिनों से हो रही आफत की बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों का कमर तोड़ दिया है. बेमौसम बरसात ने पहले ही धान को बर्बाद कर दिया था. जिसके बाद रबी फसल से किसानों को उम्मीद थी, लेकिन प्रकृति की मार से किसान अपनी किस्मत पर रोने को मजबूर हैं.
बर्बादी के कगार पर रबी
लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि से किसान काफी परेशान हैं. किसानों का कहना है कि मूसलाधार बारिश ने रबी की फसल को लगभग बर्बाद कर दिया है. मार्च के महीने में खेत में बिल्कुल पानी नहीं होनी चाहिए लेकिन आफत की बारिश से खेत में पानी भर गया है ओर फसल नष्ट होने के कगार पर है. जिलें के सभी प्रखंडों के किसानों की स्तिथ कमोबेश एक जैसी ही है.
सीएम ने दिया था आश्वासन
किसानों ने बताया कि खरीफ फसल खराब होने के बाद जल जीवन हरियाली यात्रा के दौरान कैमूर पहुंचे सीएम ने मुआवजे की घोषणा की थी. लेकिन आज तक मुआवजे की राशि हाथ नहीं लगी है. न तो कृषि सलाहकार और न ही कोई पदाधिकारी खेत को मुआयना करने पहुंचे. किसानों ने कहा कि सरकार सिर्फ घोषणाएं करती हैं, जमीनीस्तर पर इसका लाभ नहीं मिलता है.
कृषि विभाग से नाराजगी
मोकरी पंचायत के मुखिया जय शंकर बिहारी ने बताया कि फसल लगभग पूरी तरह से नष्ट हो गई है. पिछला मुआवजा अभी मिला भी नहीं कि मौसम की दोहरी मार ने किसानों को भुखमरी के कगार पर ला दिया. उन्होंने कृषि विभाग अधिकारिओं पर लापरवाही का आरोप लगाया. मुखिया ने बताया कि कृषि सलाहकार तो कभी पंचायत आते ही नहीं है. किसानों को पता तक नहीं है कि मुआवजे के लिए कैसे आवेदन करना है.