कैमूर (भभुआ): 8 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्यपालक सहायक दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे रहे. कार्यपालक सहायकों की हड़ताल से कई विभागों के कामकाज पर असर पड़ रहा है.
इन मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन
- बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी की दिनांक 5-2-2021 को आयोजित 29वीं बैठक में कार्यशाला की कंडिका- 6,7, 8,9 के लिए गए निर्णय को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए,
- कार्यपालक सहायकों के निर्मित उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं को मूल स्वरूप में अक्षरश लागू किया जाए,
- सभी कार्यमुक्त कार्यपालक सहायकों को उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं के आलोक में तत्काल प्रभाव से अन्य विभागों को समायोजित किया जाए,
- कार्यपालक सहायकों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटर करते हुए सभी कार्यपालक सहायकों की सेवा सूचना एवं प्रावैधिकी विभाग अंतर्गत गठित सूचना प्रावैधिकी स्वर्ग में शामिल करते हुए नियमितीकरण स्थायी किया जाए.
- महिला कार्यपालक सहायकों को विशेष अवकाश की अनुमान्यता प्रभावी की जाए.
- 10% वार्षिक मानदेय वृद्धि, 66% अन्य भत्ता सहित एवं 5 वर्ष की सेवा उपरांत देय ग्रेड 11 लाभ भूतलक्षी प्रभाव से किया जाए.
- कार्यपालक सहायकों को यदि स्थानांतरित किया जाता है तो उन्हें भूतलक्षी प्रभाव से सरकारी सेवकों के अनुरूप अनुमान्य भत्ता देय किया जाए.
- विभिन्न आंदोलन अवधी में कटौती किए गए मानदेय को अनुमान्य अवकाश में समायोजित कर मानदेय का भुगतान किया जाए.
- 2015 के किए गए आंदोलन के दौरान आंदोलनरत कार्यपालक सहायकों पर दायर गर्दनीबाग कांड को समाप्त किया जाए.
कर्मचारियों ने कहा है अगर इन मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तो हड़ताल जारी रहेगा.