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कैमूर में तबादले के मौखिक आदेश से भड़के कार्यपालक सहायक, किया कार्य बहिष्कार

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Published : Jan 29, 2022, 4:43 PM IST

कैमूर जिले के निबंधन कार्यालय में कार्यरत कार्यपालक सहायकों ने कार्य बहिष्कार (Executive assistants boycott work in Kaimur) कर दिया. ये सभी बिहार अपर मुख्य सचिव निबंधन के. के. पाठक द्वारा दिए गए तबादले के मौखिक आदेश का विरोध कर रहे हैं. जानें पूरा मामला....

कैमूर में कार्यपालक सहायकों का कार्य बहिष्कार
कैमूर में कार्यपालक सहायकों का कार्य बहिष्कार

कैमूर (भभुआ): बिहार के अपर मुख्य सचिव निबंधन के. के. पाठक (KK Pathak) के तबादले के मौखिक आदेश का विरोध करते हुए जिले के निबंधन कार्यालय में कार्यरत 13 कार्यपालक सहायकों ने शनिवार को कार्य बहिष्कार किया. कार्य बहिष्कार होने से भभुआ निबंधन कार्यालय और मोहनियां निबंधन कार्यालय में सेवाएं ठप रहीं. कार्यपालकों का कहना है कि अगर जिले से बाहर तबादला (Executive assistant opposing verbal order of transfer) किया गया है तो उसका पत्रांक-दिनांक दिया जाना चाहिए.

कार्य बहिष्कार कर रहे सहायकों ने कहा कि जिस जिले में उन्हें पद ग्रहण करना है, उस जिले के अधिकारी को दिखाने के लिए पत्र दिया जाना चाहिए. जब तक आदेश पत्र नहीं दिया जाता तब तक हम कार्य नहीं करेंगे और ना ही कहीं जाएंगे. बता दें कि भभुआ जिला निबंधन कार्यालय और मोहनियां अनुमण्डल निबंधन कार्यालय के अधिकारियों ने भी यह स्वीकार किया है कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वरीय अधिकारी का मौखिक आदेश जारी हुआ है कि 13 कार्यपालक सहायकों को कार्यालय से तबादला कर उसके कार्यस्थल वाले जिले में भेजा जाए.

इसे भी पढ़ें- शिवहर DM ने NH-104 के कार्यपालक अभियंता और सहायक अभियंता का वेतन रोकने का दिया निर्देश

कैमूर जिला निबंधन पदाधिकारी जावेद अंसारी का कहना है कि 28 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक मौखिक आदेश जारी किया गया था. इस आदेश के मुताबिक जिले के सभी 13 कार्यपालक सहायकों को मेल पर जिले नाम के अनुसार उनको भेजा जाना था. लेकिन संबंधित जिले में काम करने के लिए कार्यपालक सहायक आदेश पत्र की मांग कर रहे हैं. उनका साफ कहना है कि उन्हें किसी तरह का कोई विभागीय पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. सिर्फ मौखिक आदेश ही जारी किया गया है.

कैमूर में कार्यपालक सहायकों का विरोध

इसे भी पढ़ें- सुशासन बाबू के दरबार पहुंचे कार्यपालक सहायक अभ्यर्थी, 3 साल से है नियोजन का इंतजार

कार्यपालक सहायक विवेक कुमार सिंह और जूही कुमारी ने बताया कि कल निबंधन पदाधिकारी ने बताया कि 29 जनवरी से कार्यालय नहीं आना है. इसके साथ ही जिस जिले में तबादला किया गया है, उस जिले में जाकर योगदान देना है. बिना किसी लिखित आदेश के ये कर्मी इधर-उधर होना नहीं चाहते हैं. वे कहते हैं कि हम संविदा पर बहाल सरकारी कर्मी हैं. जबतक लिखित पत्र नहीं दिया जाता, हम कही नहीं जाएंगे और ना ही कार्य करेंगे.

बता दें कि ये 13 कार्यपालक सहायक साल 2006 से जिले कार्यपालक सहायक निबंधन कार्यालय में कार्यरत हैं. विभाग के द्वारा इस संबंध में किसी तरह का पत्र निर्गत नहीं करने को लेकर उन्हें डर है. लिहाजा कर्मियों ने कार्य बहिष्कार किया है.

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कैमूर (भभुआ): बिहार के अपर मुख्य सचिव निबंधन के. के. पाठक (KK Pathak) के तबादले के मौखिक आदेश का विरोध करते हुए जिले के निबंधन कार्यालय में कार्यरत 13 कार्यपालक सहायकों ने शनिवार को कार्य बहिष्कार किया. कार्य बहिष्कार होने से भभुआ निबंधन कार्यालय और मोहनियां निबंधन कार्यालय में सेवाएं ठप रहीं. कार्यपालकों का कहना है कि अगर जिले से बाहर तबादला (Executive assistant opposing verbal order of transfer) किया गया है तो उसका पत्रांक-दिनांक दिया जाना चाहिए.

कार्य बहिष्कार कर रहे सहायकों ने कहा कि जिस जिले में उन्हें पद ग्रहण करना है, उस जिले के अधिकारी को दिखाने के लिए पत्र दिया जाना चाहिए. जब तक आदेश पत्र नहीं दिया जाता तब तक हम कार्य नहीं करेंगे और ना ही कहीं जाएंगे. बता दें कि भभुआ जिला निबंधन कार्यालय और मोहनियां अनुमण्डल निबंधन कार्यालय के अधिकारियों ने भी यह स्वीकार किया है कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वरीय अधिकारी का मौखिक आदेश जारी हुआ है कि 13 कार्यपालक सहायकों को कार्यालय से तबादला कर उसके कार्यस्थल वाले जिले में भेजा जाए.

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कैमूर जिला निबंधन पदाधिकारी जावेद अंसारी का कहना है कि 28 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक मौखिक आदेश जारी किया गया था. इस आदेश के मुताबिक जिले के सभी 13 कार्यपालक सहायकों को मेल पर जिले नाम के अनुसार उनको भेजा जाना था. लेकिन संबंधित जिले में काम करने के लिए कार्यपालक सहायक आदेश पत्र की मांग कर रहे हैं. उनका साफ कहना है कि उन्हें किसी तरह का कोई विभागीय पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. सिर्फ मौखिक आदेश ही जारी किया गया है.

कैमूर में कार्यपालक सहायकों का विरोध

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कार्यपालक सहायक विवेक कुमार सिंह और जूही कुमारी ने बताया कि कल निबंधन पदाधिकारी ने बताया कि 29 जनवरी से कार्यालय नहीं आना है. इसके साथ ही जिस जिले में तबादला किया गया है, उस जिले में जाकर योगदान देना है. बिना किसी लिखित आदेश के ये कर्मी इधर-उधर होना नहीं चाहते हैं. वे कहते हैं कि हम संविदा पर बहाल सरकारी कर्मी हैं. जबतक लिखित पत्र नहीं दिया जाता, हम कही नहीं जाएंगे और ना ही कार्य करेंगे.

बता दें कि ये 13 कार्यपालक सहायक साल 2006 से जिले कार्यपालक सहायक निबंधन कार्यालय में कार्यरत हैं. विभाग के द्वारा इस संबंध में किसी तरह का पत्र निर्गत नहीं करने को लेकर उन्हें डर है. लिहाजा कर्मियों ने कार्य बहिष्कार किया है.

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