कैमूर: बिहार के कैमूर जिले के भभुआ लिच्छवी भवन पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने और स्थानीय पांच सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया है. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने डीएम को मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा.
कैमूर में भाकपा मामले का धरना: वहीं भाकपा माले के सचिव कमला सिंह एवं कार्यकर्ताओं का कहना है कि बिहार अत्यंत पिछड़ा राज्य है जो बिहार के बंटवारा के बाद भी बाढ़ सुखाड़ से पीड़ित है. यहां के विकास के लिए कोई बड़ा औद्योगिक केंद्र नहीं है. इसके साथ ही बिहार के किसान और मजदूर बदहाल हैं.
"भारत के पूरे क्षेत्रफल का दो-दो प्रतिशत बिहार में है और पूरी आबादी का आठ आठ प्रतिशत यहां है. 34% आबादी आज भी प्रतिमाह 6 हजार पर जीवन यापन कर रहा है. 63% परिवार भूमिहीन है. ऐसी स्थिति में बिहार के सर्वांगीर्ण विकास के लिए केंद्र द्वारा बिहार को इस विशेष राज्य का दर्जा मिलना आवश्यक है."-कमला सिंह,सचिव,भाकपा माले
डीएम को मांगों का सौंपा गया ज्ञापन: भाकपा माले की भवन विहिन लोगों को 10-10 डिसमिल जमीन की आपूर्ति की मांग है. झोपड़िया में रहने वाले लोगों को मकान बनाने के लिए 5 लाख रूपए प्रदान की जाए. बिहार के 75% आरक्षण की घोषणा को संविधान की 9वी अनुसूची में डाला जाए. करमचट दुर्गावती जिलासय परियोजना से पश्चिम तरफ निकलने वाली नहर की खुदाई कर चांद ब्लॉक तक पहुंचाया जाए. भारतमाला परियोजना हेतु किसानों की अधिग्रहित भूमि का मुआवजा उचित दर पर दिया जाए. साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होती है तो आगे हम लोग और भी बड़ा आंदोलन करेंगे.
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