कैमूर: बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य उषा देवी और प्रमिला देवी ने मोहनिया दुष्कर्म वायरल वीडियो पीड़िता से मुलाकात की. आयोग की सदस्य ने बताया कि मोहनिया में हुई घटना की जांच चल रही है. पूरे मामले की रिपोर्ट बनाकर सरकार को सौंपी जाएगी. ये एक बहुत की कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट है, इसलिए मीडिया के सामने कुछ भी बोल नहीं सकते हैं.
दो सदस्यी टीम पहुंची कैमूर
आयोग की सदस्य उषा देवी ने बताया कि बच्ची को न्याय दिलाना आयोग का कर्तव्य है. दूसरी तरफ जिला बाल संरक्षण ईकाई के सहायक निदेशक संतोष चौधरी ने बताया कि कुछ दिन पूर्व मोहनिया में बच्ची के साथ दुष्कर्म का वीडियो वायरल किया गया था. इसी मामले की जांच के लिए बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग की 2 सदस्यी टीम पटना से आई हुई है. टीम जांच कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौपेंगी.
बच्ची की हुई कॉउंसलिंग
सहायक निदेशक संतोष चौधरी ने बताया कि टीम बच्ची के अधिकारों के प्रॉटेक्शन के लिए आई हुई है. बच्ची कैसे अपनी आगे की जिंदगी को समान तरीके से बिताएगी, इसके लिए काउंसलिंग की गई है, रिपोर्ट सदस्यों द्वारा सौंपी जाएगी. बाल संरक्षण ईकाई की कोशिश है कि बच्ची को अधिक से अधिक सरकारी लाभ मिल सके, ताकि उसका जीवन सामान्य तरीके से गुजर सके.
क्या है मामला
बता दें कि 25 नवंबर की सुबह से जिले में एक वीडियो वायरल हुआ था. इसमें 4 युवक एक लड़की को जान से मारने की धमकी देकर कार में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करते हैं. वीडियो वायरल सामने आने के बाद पुलिस विभाग ने लड़की की पहचान की. पीड़िता के बयान पर 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई. साथ ही वारदात में इस्तेमाल हुई कार को भी जब्त किया. पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों के लिए कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया है. स्पीडी ट्रायल के तहत सजा दिलाने की बात कही गई है.