कैमूर: जिले में बाल संरक्षण इकाई में एक बच्ची को गोद लेने आए दंपति से 1.5 लाख रुपये की घूस की मांग की गई. पश्चिम बंगाल के दंपति ने बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक पर आरोप लगाया है.
कैमूर: बच्ची को गोद लेने आए दंपति रिश्वत की मांग, दंपति ने DM से की शिकायत
कैमूर में बाल संरक्षण इकाई में बच्ची को गोद लेने आए दंपति से 1.5 लाख रुपये की घूस मांगने का मामला सामने आया है. पैसा नहीं देने पर बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने गोद लेने की प्रक्रिया रद्द करने की धमकी भी दी.
बच्ची को गोद लेने आई महिला
कैमूर: जिले में बाल संरक्षण इकाई में एक बच्ची को गोद लेने आए दंपति से 1.5 लाख रुपये की घूस की मांग की गई. पश्चिम बंगाल के दंपति ने बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक पर आरोप लगाया है.
Intro:कैमूर।
जिले से बड़ी खबर आ रही है, बाल संरक्षण इकाई में बच्ची को गोद लेने आये दम्पती से 1.5 लाख घुस मांगने का मामला प्रकाश में आया हैं।
यही नही पैसा नही देने पर बाल संरक्षण ईकाई के सहायक निर्देशक द्वारा प्रक्रिया रद्द करने की धमकी दी गई।
Body:
आपकों बतादे कि पश्चिम बंगाल के दम्पती ने सहायक निर्देशक पर आरोप लगाया और कैमूर डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी को आवेदन दिया।
जिसके बाद डीएम ने बच्ची को गोद दिलाने का दिया आदेश दिया। कैमूर जिला के बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने आरोप को बताया बेबुनियाद ।
दो साल पहले पश्चिम बंगाल के एक दम्पति ने बच्ची गोद के लिए आँन लाईन अप्लाई किया था।
प्रोसेस पूरा होने पर कैमूर के बाल संरक्षण ईकाई की पाँच माह कि बच्ची जिसका नाम मन्नत हैं उसे गोद लेने की मंजूरी मिली। सारी प्रक्रिया के बाद दम्पती भभुआ कार्यालय पहुँचे तो कार्यालय में बैठे सहायक निदेशक दौरा घुस में 1.5 लाख रूपया मांगा गया। यही नही पैसे नही देने पर प्रक्रिया रद्द करने की बात कही जाने लगी।
दम्पति बंगाल के रहने वाले थे अपने दोस्तो से सम्पर्क किया तो औरंगाबद सांसद से बात हुई फिर सासाराम सांसद को मामले कि जानकारी दि गई।
सांसद ने डीएम को सारी बात बताई फिर डीएम ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को बच्ची गोद देने का आदेश बाल संरक्षण ईकाइ को दिया ।
बाईट-गोद लेने वाला महिला दम्पति
बाईट- देब्रत मजुम्मदार-गोद लेने वाला दम्पति
बाईट-कमलेश सिंह-भभुआ प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधी
बाईट-संतोष चौधरी-सहायक निदेशक बाल संरक्षण ईकाइ कैमूरConclusion:
जिले से बड़ी खबर आ रही है, बाल संरक्षण इकाई में बच्ची को गोद लेने आये दम्पती से 1.5 लाख घुस मांगने का मामला प्रकाश में आया हैं।
यही नही पैसा नही देने पर बाल संरक्षण ईकाई के सहायक निर्देशक द्वारा प्रक्रिया रद्द करने की धमकी दी गई।
Body:
आपकों बतादे कि पश्चिम बंगाल के दम्पती ने सहायक निर्देशक पर आरोप लगाया और कैमूर डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी को आवेदन दिया।
जिसके बाद डीएम ने बच्ची को गोद दिलाने का दिया आदेश दिया। कैमूर जिला के बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने आरोप को बताया बेबुनियाद ।
दो साल पहले पश्चिम बंगाल के एक दम्पति ने बच्ची गोद के लिए आँन लाईन अप्लाई किया था।
प्रोसेस पूरा होने पर कैमूर के बाल संरक्षण ईकाई की पाँच माह कि बच्ची जिसका नाम मन्नत हैं उसे गोद लेने की मंजूरी मिली। सारी प्रक्रिया के बाद दम्पती भभुआ कार्यालय पहुँचे तो कार्यालय में बैठे सहायक निदेशक दौरा घुस में 1.5 लाख रूपया मांगा गया। यही नही पैसे नही देने पर प्रक्रिया रद्द करने की बात कही जाने लगी।
दम्पति बंगाल के रहने वाले थे अपने दोस्तो से सम्पर्क किया तो औरंगाबद सांसद से बात हुई फिर सासाराम सांसद को मामले कि जानकारी दि गई।
सांसद ने डीएम को सारी बात बताई फिर डीएम ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को बच्ची गोद देने का आदेश बाल संरक्षण ईकाइ को दिया ।
बाईट-गोद लेने वाला महिला दम्पति
बाईट- देब्रत मजुम्मदार-गोद लेने वाला दम्पति
बाईट-कमलेश सिंह-भभुआ प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधी
बाईट-संतोष चौधरी-सहायक निदेशक बाल संरक्षण ईकाइ कैमूरConclusion: