कैमूर: जिले के मोहनिया प्रखंड के करमहरी गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय के छात्र और ग्रामीणों ने प्राचार्य के ऊपर जमकर आक्रोश दिखाया. इसके बाद स्कूल में ताला लगा दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि प्राचार्य की तरफ से काफी अनियमितता दिखाई जाती है. स्कूल में बच्चों का भोजन भी सही ढ़ंग से उपलब्ध नहीं कराया जाता. साथ ही पोशाक की राशि और छात्रवृत्ति की राशि का खर्च भी नहीं दिया जाता है.
ग्रामीणों का कहना हैं कि जब तक राशि का हिसाब नहीं मिलेगा तब तक हम स्कूल में ताला लगाए रखेंगे. वहीं छात्रों का कहना है कि 2017 के बाद आज तक हम लोगों को न ही पोशाक राशि का पैसा मिला है, न ही छात्रवृत्ति मिला है.
'अधिकारी का चक्कर लगाते-लगाते थके'
ग्रामीणों का आरोप है कि हम अपने बच्चे को पढ़ने के लिए भेजते हैं. लेकिन यहां पर हमारे बच्चों के लिए भोजन नहीं बन पाता है. ना ही विद्यालय में थाली है. बच्चे सब घर से थाली लेकर जाते हैं. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में हम अधिकारी के चक्कर लगाते-लगाते थक गए हैं. इसलिए आज हमने स्कूल में ताला लगा दिया है. यह ताला तब तक नहीं खुलेगा जब तक कि हमारी समस्या का समाधान ना हो जाए.
'आवेदन दिए 3 दिन हो गए'
ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिए तीन दिन हो गया. लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. ना ही उन्होंने विद्यालय पर आकर स्थिति की जानकारी ली. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीणों का आवेदन हमारे पास आया है. जिस पर जांच की जा रही है.