ETV Bharat / state

कैमूर: उत्क्रमित मध्य विद्यालय में गड़बड़ियों से गुस्साए ग्रामीणों ने जड़ा ताला - मोहनिया प्रखंड

ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिए तीन दिन हो गए. लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. ना ही विद्यालय पर आकर स्थिति की जानकारी ली.

छात्रों ने की तालाबंदी,
author img

By

Published : Nov 17, 2019, 10:55 PM IST

कैमूर: जिले के मोहनिया प्रखंड के करमहरी गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय के छात्र और ग्रामीणों ने प्राचार्य के ऊपर जमकर आक्रोश दिखाया. इसके बाद स्कूल में ताला लगा दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि प्राचार्य की तरफ से काफी अनियमितता दिखाई जाती है. स्कूल में बच्चों का भोजन भी सही ढ़ंग से उपलब्ध नहीं कराया जाता. साथ ही पोशाक की राशि और छात्रवृत्ति की राशि का खर्च भी नहीं दिया जाता है.

ग्रामीणों का कहना हैं कि जब तक राशि का हिसाब नहीं मिलेगा तब तक हम स्कूल में ताला लगाए रखेंगे. वहीं छात्रों का कहना है कि 2017 के बाद आज तक हम लोगों को न ही पोशाक राशि का पैसा मिला है, न ही छात्रवृत्ति मिला है.

kaimur
आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल में लगाया ताला

'अधिकारी का चक्कर लगाते-लगाते थके'
ग्रामीणों का आरोप है कि हम अपने बच्चे को पढ़ने के लिए भेजते हैं. लेकिन यहां पर हमारे बच्चों के लिए भोजन नहीं बन पाता है. ना ही विद्यालय में थाली है. बच्चे सब घर से थाली लेकर जाते हैं. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में हम अधिकारी के चक्कर लगाते-लगाते थक गए हैं. इसलिए आज हमने स्कूल में ताला लगा दिया है. यह ताला तब तक नहीं खुलेगा जब तक कि हमारी समस्या का समाधान ना हो जाए.

आक्रोशित ग्रामीणों और छात्रों में जड़ा ताला

'आवेदन दिए 3 दिन हो गए'
ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिए तीन दिन हो गया. लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. ना ही उन्होंने विद्यालय पर आकर स्थिति की जानकारी ली. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीणों का आवेदन हमारे पास आया है. जिस पर जांच की जा रही है.

कैमूर: जिले के मोहनिया प्रखंड के करमहरी गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय के छात्र और ग्रामीणों ने प्राचार्य के ऊपर जमकर आक्रोश दिखाया. इसके बाद स्कूल में ताला लगा दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि प्राचार्य की तरफ से काफी अनियमितता दिखाई जाती है. स्कूल में बच्चों का भोजन भी सही ढ़ंग से उपलब्ध नहीं कराया जाता. साथ ही पोशाक की राशि और छात्रवृत्ति की राशि का खर्च भी नहीं दिया जाता है.

ग्रामीणों का कहना हैं कि जब तक राशि का हिसाब नहीं मिलेगा तब तक हम स्कूल में ताला लगाए रखेंगे. वहीं छात्रों का कहना है कि 2017 के बाद आज तक हम लोगों को न ही पोशाक राशि का पैसा मिला है, न ही छात्रवृत्ति मिला है.

kaimur
आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल में लगाया ताला

'अधिकारी का चक्कर लगाते-लगाते थके'
ग्रामीणों का आरोप है कि हम अपने बच्चे को पढ़ने के लिए भेजते हैं. लेकिन यहां पर हमारे बच्चों के लिए भोजन नहीं बन पाता है. ना ही विद्यालय में थाली है. बच्चे सब घर से थाली लेकर जाते हैं. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में हम अधिकारी के चक्कर लगाते-लगाते थक गए हैं. इसलिए आज हमने स्कूल में ताला लगा दिया है. यह ताला तब तक नहीं खुलेगा जब तक कि हमारी समस्या का समाधान ना हो जाए.

आक्रोशित ग्रामीणों और छात्रों में जड़ा ताला

'आवेदन दिए 3 दिन हो गए'
ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिए तीन दिन हो गया. लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. ना ही उन्होंने विद्यालय पर आकर स्थिति की जानकारी ली. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीणों का आवेदन हमारे पास आया है. जिस पर जांच की जा रही है.

Intro:Body:विद्यालय में तालाबंदी

कैमूर।

जिले में आए दिन कुव्यवस्था को लेकर शिक्षा विभाग चर्चा में रहता है कभी विद्यालयों में ताला बंद तो कभी हंगामा कभी पोशाक राशि तो कभी भोजन को लेकर आए दिन चर्चा का विषय बना रहता हैं।

ग्रामीणों का आक्रोश विभाग के लिए चुनौती बन गया है मोहनिया प्रखंड के करमहरी गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय के छात्र और ग्रामीण ने प्राचार्य के ऊपर जमकर आक्रोश दिखाया और विद्यालय में ताला जड़ दिया ।

ग्रामीणों का आरोप है कि प्राचार्य के द्वारा काफी अनियमितता किया जाता है और भोजन भी विद्यालय में बच्चों के हिसाब से नहीं बन पाता है ।

न पोशाक की राशि न छात्रवृत्ति न ही विद्यालय के रखरखाव की राशि भी खर्च का हिसाब।



ग्रामीणों का कहना हैं कि जबतक राशि का हिसाब नही मिलेगा तब तक हमलोग विद्यालय में ताला जड़े रहेगे ।

वहीं छात्रों का कहना है कि 2017 के बाद आज तक हम लोग को न ही पोशाक राशि का पैसा मिला है नाही छात्रवृत्ति मिला है और ना ही कभी भोजन मिलता है ।

ग्रामीण का आरोप है कि हम लोग अपने बच्चे को पढ़ने के लिए भेजते हैं लेकिन यहां पर हम लोग के बच्चों के लिए भोजन नहीं बन पाता है ना ही विद्यालय में थाली है बच्चे सब घर से थाली लाकर खाना खाते हैं और ना ही पोशाक का राशि मिलता है ना ही छात्रवृत्ति मिलता है प्राचार्य के द्वारा यह सब राशि क्या हो जाता है यह हम लोग की जानकारी नहीं है वहीं ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में हम लोग अधिकारी के चक्कर लगाते लगाते थक गए हैं जिससे कि तंग होकर आज हम लोग ताला विद्यालय में जड़ दिए हैं यह ताला तबतक नही खुलेगा जब तक की हम लोग के समस्या का समाधान ना हो जाए तब तक ताला खुलेगा।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के यहां हम लोग गए थे उनसे हम लोगों की बात हुई उनको आवेदन दिए आज 3 दिन हो गया लेकिन उनके द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया ना ही हमारे विद्यालय पर आकर विद्यालय की स्थिति की जानकारी ली गई हम उनके द्वारा आश्वासन दिए हुए बात को मानकर 3 दिन तक हम लोगों कुछ नही किये लेकिन विभाग के उदासीनता के कारण हम ग्रामीण तंग होकर आज विद्यालय में ताला जड़ दिए हैं अब हम लोगों का मांग है कि वरीय अधिकारी आएंगे और हमारे मांग को पूरा करेंगे तभी यह ताला खुलेगा अन्यथा तब तक ताला बंद रहेगा जब तक कि हम लोगों का समस्या का समाधान ना हो जाए ।

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि ग्रामीणों का आवेदन हमारे पास आया है आवेदन के आलोक में जांच चल रही है जांच कर कार्रवाई की जाएगी Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.