कैमूर(भभुआ): दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में शनिवार को अखिल भारतीय किसान महासभा जिला कमेटी कैमूर की ओर से जिला मुख्यालय लिच्छवि भवन में एक दिवसीय धरने का आयोजन किया गया. इस दौरान धरने में शामिल कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
भाजपा नेताओं पर लगाया किसान आंदोलन को बदनाम करने का आरोप
धरना पर बैठे अखिल भारतीय किसान महासभा जिला कमेटी कैमूर के कार्यकर्ताओं का कहना है कि तीनों कृषि काले कानूनों के खिलाफ चल रहे देश भर में आंदोलन को भाजपा सरकार के नेता बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, जोकि बहुत गलत है इसको हम किसान बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने ने दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में कहा की 9वीं बार की वार्ता करने के बाद भी मोदी सरकार अपनी जिद पर अड़ी है, जिसका हम सभी किसान कड़ी आलोचना करते हैं.
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सरकार के सामने रखी अपनी विभिन्न मांगें
वहीं, इस दौरान धरने पर बैठे लोगों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कृषि उत्पाद बाजार और वाणिजियक संवर्धन अधिनियम 2020 लाया जाए, कृषक सशक्तिकरण और संरक्षण मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा करार अधिनियम 2020 को वापस लिया जाए. आवश्यक वस्तु अधिनियम 2020 वापस लिया जाए. इसके अलावा प्रस्तावित बिजली बिल 2020 रद्द किया जाए, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पैक्स और वयापार मंडल के द्वारा धान खरीद की गारंटी दी जाए.