कैमूर: जिले में इस बार कम बारिश होने के कारण खरीफ और रबी की फसल रोपने का काम पूरा नहीं किया जा सका है. इस विषय पर कृषि विभाग ने कहा कि कम बारिश में ही 52 प्रतिशत रोपनी हो चुकी है. 15 तारीख तक 100 प्रतिशत काम पूरा कर लिया जाएगा.
कम बारिश के कारण बढ़ी परेशानी
दरअसल, कम बारिश के कारण पूरा राज्य सूखे की मार झेल रहा है. वहीं कैमूर जिले में भी यही हालात बने हुए हैं. इस बारे में कृषि विभाग का कहना है कि सूखे की समस्या को इस वर्ष समाप्त कर लिया गया है. हमें सरकार ने 1 लाख 10 हजार हेक्टेयर के रोपनी का लक्ष्य दिया गया था. इसे पूरा करते हुए विभाग ने करीब 1 लाख 2 हेक्टेयर के लक्ष्य को पूरा कर लिया है. वहीं बाकी रोपनी के कार्य को 15 अगस्त से पहले पूरा कर लिया जाएगा. आपको बता दें कि पिछले सप्ताह में हुई बारिश के जरिये किसानों ने तेजी से रोपनी के लक्ष्य को लगभग प्राप्त कर लिया है.
'15 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा रोपनी कार्य'
कृषि पदाधिकारी ललित प्रसाद ने कहा कि शुरू में वर्षा न होने के कारण सूखे जैसे हालात हो गए थे. लेकिन जिले में जिस तरह से वर्षा हुई है, उससे जिले के सभी 11प्रखंडों में रोपनी का कार्य तेजी से किया गया है. उन्होंने कहा कि अधौरा छोड़ कर जिले के सभी 10 प्रखंडों में औसत 90 प्रतिशत से अधिक रोपनी हो चुकी है. सरकारी आंकड़ों पर अगर गौर करें तो पता चलता है कि जिले में 93 प्रतिशत खेती हो चुकी है. बाकी बचे रोपने के कार्य को 15 अगस्त से पहले पूरा कर लिया जाएगा. वहीं बारिश में कमी आने से सबसे अधिक नुकसान अधौरा प्रखंड में होता है. यहां के किसान पूरी तरह वर्षा पर निर्भर रहते हैं.