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कैमूरः निकोटीन की रस में डुबोया हुआ 3 करोड़ 57 लाख का गांजा बरामद, 4 गिरफ्तार - kaimur news in hindi

चैनपुर थाना क्षेत्र में कार से बरामद 210 किलो गांजा मामले में पुलिस ने 4 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है. एसपी ने बताया कि फरार तस्करों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.

कैमूर
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Published : Aug 1, 2020, 7:31 AM IST

कैमूर: जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते 11 जुलाई को थाना के गश्ती के दौरान एक बिना नंबर प्लेट की गाड़ी से 210 किलोग्राम गांजा के साथ बरामद किया गया था. गांजा के पैकिंग से ऐसा लग रहा था कि वह बाहर से मंगवाया गया है. गाड़ी में बैठे लोग उसी समय गाड़ी को छोड़कर पुलिस को चकमा देते हुए फरार हो गए थे. मगर पुलिस गाड़ी के इंजन नंबर और चेचिस नंबर से अपराधियों की तलाश में जुट गई.

चार तस्कर गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस के गांजा तस्करी के मामले में संलिप्त चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार लोगों में भभुआ वार्ड संख्या 11 निवासी विकास कुमार गौड़, चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम विउर निवासी शकील खान, भभुआ संख्या 22 निवासी साकिब अंसारी उर्फ टेंगर और समीर खान शामिल है.

बरामद गांजे की कीमत 3 करोड़ 57 लाख
जानकारी के अनुसार गांजा को निकोटिन की रस में डुबो कर तैयार किया गया है. जिसकी कीमत बाजार में प्रति किलो 17 हजार रुपए है. बरामद किए गए कुल 210 किलोग्राम गांजा की कुल कीमत 3 करोड़ 57 लाख रुपए है.

क्या बोले एसपी

इस संबंध में जानकारी देते हुए एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया गया कि 11 जुलाई को गस्ती के दौरान एक कार से 210 किलो गांजा बारमद हुआ था. तस्कर गाड़ी को छोड़कर भाग निकले थे. गाड़ी के नंबर के आधार पर छानबीन की जाने लगी, जिसमें यह पता चला कि गाड़ी झारखंड स्थित जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र के जसविंदर कौर के नाम पर कई साल पहले खरीदी गई थी. इसका सत्यापन किया गया तो नाम पता फर्जी पाया गया. गाड़ी के सर्विसिंग सेंटर से इस बात की छानबीन की गई की गाड़ी को अंतिम बार सर्विस सेंटर पर कब लाया गया था. जिसके बाद पता चला कि गाड़ी को अंतिम बार सर्विसिंग पश्चिम बंगाल के आसनसोल स्थित सर्विस सेंटर में नयन मंडल नाम के व्यक्ति ने करवाया था.

इसी बीच पुलिस को गोपनीय सूत्रों से पता चला कि गाड़ी को भभुआ थाना क्षेत्र के दो लड़के तबरेज खान और साकिब खान उरू टेंगर पिछले कुछ समय से चला रहे थे. जिसके बाद शहर में कई जगह पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. जिसमें इस बात की पुष्टि हुई की दोनों युवक इस गाड़ी का उपयोग कर रहे थे.

कैसे हुआ भंडाफोड़
चैनपुर में गांजा पकड़े जाने के बाद से दोनों फरार हैं. दोनों गांजा का कारोबार किया करते हैं और जेल भी जा चुके हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई. टीम ने छापेमारी कर पहले विकास कुमार गौड़ को गिरफ्तार किया उसने स्वीकार किया कि गांजे को उसने अपने चार दोस्तों के साथ शकील खान, तबरेज खान, साकिब अंसारी, समीर खान के साथ मिलकर रामपति साह के गोदाम से चोरी की है. जब वह इसे लेकर आ रहे थे. तो पुलिस के गश्ती दल की गाड़ी पीछे लग गई जिसके बाद वे लोग गाड़ी छोड़कर फरार हो गए. उन्होंने यह भी बताया कि शकील खान पहले भी चांद थाना में लगभग दो क्विंटल गांजा के साथ पकड़ा गया था.

निशानदेही पर हुई गिरफ्तारी

विकास कुमार गौड़ की निशानदेही पर शकील खान समीर खान और साकिब खान उर्फ टेंगर को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में इन सभी ने बताया कि शकील खान रामपति साह का पुराना पाटनर है. शकील खान पहले चांद थाना में गांजा के केस में जेल जा चुका है. उसने ही पूरी योजना बनाई थी और अपने साथियों के साथ मिलकर रामपति साह के हाटा स्थित गोदाम में छुपा कर रखे गांजा को चोरी कर छोटा-छोटा पैकेट बनाकर ऊंचे दामों पर बेचने की योजना थी.

एसपी ने बताया कि फरार अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. हाटा बाजार में जहां से गांजा चोरी हुई है उस गोदाम डेढ़ करोड़ में खरीदने की बात प्रकाश में आई है. रामपति साह की गिरफ्तारी के पश्चात उसकी संपत्ति की भी जांच की जाएगी.

कैमूर: जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते 11 जुलाई को थाना के गश्ती के दौरान एक बिना नंबर प्लेट की गाड़ी से 210 किलोग्राम गांजा के साथ बरामद किया गया था. गांजा के पैकिंग से ऐसा लग रहा था कि वह बाहर से मंगवाया गया है. गाड़ी में बैठे लोग उसी समय गाड़ी को छोड़कर पुलिस को चकमा देते हुए फरार हो गए थे. मगर पुलिस गाड़ी के इंजन नंबर और चेचिस नंबर से अपराधियों की तलाश में जुट गई.

चार तस्कर गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस के गांजा तस्करी के मामले में संलिप्त चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार लोगों में भभुआ वार्ड संख्या 11 निवासी विकास कुमार गौड़, चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम विउर निवासी शकील खान, भभुआ संख्या 22 निवासी साकिब अंसारी उर्फ टेंगर और समीर खान शामिल है.

बरामद गांजे की कीमत 3 करोड़ 57 लाख
जानकारी के अनुसार गांजा को निकोटिन की रस में डुबो कर तैयार किया गया है. जिसकी कीमत बाजार में प्रति किलो 17 हजार रुपए है. बरामद किए गए कुल 210 किलोग्राम गांजा की कुल कीमत 3 करोड़ 57 लाख रुपए है.

क्या बोले एसपी

इस संबंध में जानकारी देते हुए एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया गया कि 11 जुलाई को गस्ती के दौरान एक कार से 210 किलो गांजा बारमद हुआ था. तस्कर गाड़ी को छोड़कर भाग निकले थे. गाड़ी के नंबर के आधार पर छानबीन की जाने लगी, जिसमें यह पता चला कि गाड़ी झारखंड स्थित जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र के जसविंदर कौर के नाम पर कई साल पहले खरीदी गई थी. इसका सत्यापन किया गया तो नाम पता फर्जी पाया गया. गाड़ी के सर्विसिंग सेंटर से इस बात की छानबीन की गई की गाड़ी को अंतिम बार सर्विस सेंटर पर कब लाया गया था. जिसके बाद पता चला कि गाड़ी को अंतिम बार सर्विसिंग पश्चिम बंगाल के आसनसोल स्थित सर्विस सेंटर में नयन मंडल नाम के व्यक्ति ने करवाया था.

इसी बीच पुलिस को गोपनीय सूत्रों से पता चला कि गाड़ी को भभुआ थाना क्षेत्र के दो लड़के तबरेज खान और साकिब खान उरू टेंगर पिछले कुछ समय से चला रहे थे. जिसके बाद शहर में कई जगह पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. जिसमें इस बात की पुष्टि हुई की दोनों युवक इस गाड़ी का उपयोग कर रहे थे.

कैसे हुआ भंडाफोड़
चैनपुर में गांजा पकड़े जाने के बाद से दोनों फरार हैं. दोनों गांजा का कारोबार किया करते हैं और जेल भी जा चुके हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई. टीम ने छापेमारी कर पहले विकास कुमार गौड़ को गिरफ्तार किया उसने स्वीकार किया कि गांजे को उसने अपने चार दोस्तों के साथ शकील खान, तबरेज खान, साकिब अंसारी, समीर खान के साथ मिलकर रामपति साह के गोदाम से चोरी की है. जब वह इसे लेकर आ रहे थे. तो पुलिस के गश्ती दल की गाड़ी पीछे लग गई जिसके बाद वे लोग गाड़ी छोड़कर फरार हो गए. उन्होंने यह भी बताया कि शकील खान पहले भी चांद थाना में लगभग दो क्विंटल गांजा के साथ पकड़ा गया था.

निशानदेही पर हुई गिरफ्तारी

विकास कुमार गौड़ की निशानदेही पर शकील खान समीर खान और साकिब खान उर्फ टेंगर को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में इन सभी ने बताया कि शकील खान रामपति साह का पुराना पाटनर है. शकील खान पहले चांद थाना में गांजा के केस में जेल जा चुका है. उसने ही पूरी योजना बनाई थी और अपने साथियों के साथ मिलकर रामपति साह के हाटा स्थित गोदाम में छुपा कर रखे गांजा को चोरी कर छोटा-छोटा पैकेट बनाकर ऊंचे दामों पर बेचने की योजना थी.

एसपी ने बताया कि फरार अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. हाटा बाजार में जहां से गांजा चोरी हुई है उस गोदाम डेढ़ करोड़ में खरीदने की बात प्रकाश में आई है. रामपति साह की गिरफ्तारी के पश्चात उसकी संपत्ति की भी जांच की जाएगी.

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