कैमूर: जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के ग्राम भुवालपुर में खलिहान में आग लगने से 25 बीघे की धान की फसल जलकर राख हो गयी. जिसमें 20 बीघे के धान के बोझे और पांच बीघे के दंवरी किया गया धान था. पीड़ित किसान का कहना है कि 25 बीघा खेत इस वर्ष जमा पर लिया था. जिसमें प्रत्येक बीघे का भुगतान 5 हजार की दर से किया था.
25 बीघा धान जला
भुवालपुर के रहने वाले महेंद्र यादव 25 बीघा खेत जमा पर लेकर घान की खेती किए थे. उनकी धान की फसल कटकर खलिहान में आ गयी थी. वहीं अचानक धान के बोझों में से धुआं उठता देख स्थानीय लोगों के शोर मचाने पर, जब यह मौके पर पहुंचे तो धान के बोझों में आग पुरी तरह लग चुकी थी. जिसके बाद तत्काल लोगों ने चैनपुर थाने में सूचना दी. सूचना देने के डेढ़ घंटे के बाद मौके पर एक चैनपुर थाने से छोटी दमकल एवं भभुआ से बड़ी दमकल वाहन पहुंचे और आग बुझाया. मगर आग बुझाने के समय तक पूरी तैयार फसल जलकर राख हो गई थी. यहां तक कि खलिहान में रखे गए भूसी के साथ दंवरी किया गया धान भी जलकर राख हो गया.
समय से नहीं पहुंचा फायर ब्रिगेड
पीड़ित किसान का आरोप है कि जिस वक्त प्रशासन को आग लगने की सूचना दी गई थी. उस समय अगर तत्काल मौके पर दमकल के द्वारा आग बुझाने का कार्य किया जाता तो इनके फसल बच सकती थी. चैनपुर थाना से ग्राम भुवालपुर घटनास्थल तक ज्यादा से ज्यादा 10 मिनट का रास्ता है. उसके बावजूद भी घटनास्थल तक पहुंचने में डेढ़ घंटे का समय बर्बाद किया गया. उक्त मामले में पीड़ित किसान ने कहा कि अंचलाधिकारी चैनपुर एवं चैनपुर थाने में आग के कारण बर्बाद हुई फसल क्षतिपूर्ति के लिए आवेदन देकर क्षतिपूर्ति की मांग की जाएगी.