जहानाबादः बिहार के जहानाबाद सदर अस्पताल में लापरवाही (Negligence in Jehanabad Sadar Hospital) सामने आई है. प्रसूता को गलत इंजेक्शन देने पर तबीयत बिगड़ गयी. तबीयत बिगड़ने के बाद विरोध में परिजनों ने जमकर प्रदर्शन किया. परिजनों के हंगामे के बाद हालात इतना बिगड़ गया कि वार्ड में मौजूद नर्स को खिड़की फांदकर भागना पड़ा. परिजनों ने दोषी स्वास्थ्य कर्मी पर कार्रवाई की मांग करने लगे. सूचना पर पहुंचे अस्पताल अधीक्षक ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया.
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गलत इंजेक्शन लगा दियाः दरअसल, मामला गुरुवार की रात का बताया जा रहा है. अस्पताल में प्रसव कराने के लिए कई गर्भवती को भर्ती कराया गया था. प्रसव के बाद कुछ महिलाओं का ऑपरेशन भी किया गया था. इसी दौरान नर्स ने गुरुवार की रात 7 महिलाओं को इंजेक्शन लगाया था. इंजेक्शन लगाने के बाद ही सभी की तबियत बिगड़ने लगी. सभी को बेचैनी होने लगी. आनन फानन में सभी का इलाज किया गया, जिसमें कई ठीक हो गए और कई की स्थिति अभी खराब है. इसकी जानकारी जब प्रसूता के परिजनों को मिली तो डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा हंगामा करने लगे. लोगों ने कहा कि नर्स ने लगत इंजेक्शन लगा दिया, जिससे तबियत बिगड़ी.
जान बचाकर भागे डॉक्टर व नर्सः परिजनों का हंगामा देख डॉक्टर और नर्स में दहशत का माहौल हो गया. हंगामे के कारण अस्पताल परिसर में हालात इतने बिगड़ गए कि डॉक्टर नर्स को जान बचाकर भागना पड़ा. परिजन वार्ड में घुसकर प्रदर्शन करने लगे, जिससे डॉक्टर और नर्स को खिड़की के रास्ते भागना पड़ा. वहीं सूचना पर पहुंचे अस्पताल अधीक्षक ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया. लोगों ने अस्पताल प्रशासन से मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है.
जांच कर होगी कार्रवाईः अस्पताल के महिला वार्ड में भर्ती एक प्रसूता ने बताया कि उसने प्रसव के 6 दिन हो गए. प्रसव के दौरान ही बच्चा नहीं होने वाला ऑपरेशन किया गया था. शुक्रवार को नर्स के द्वारा इंजेक्शन लगाया गया था. इंजेक्शन लगाने के बाद ही तबीयत खराब होने लगी. बेचैनी से होनी लगी थी. वहीं इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डीडी चौधरी ने बताया कि फिलहाल मरीजों की स्थिति सामान्य है. किस वजह से ऐसा हुआ है इसकी जांच की जाएगी.
"प्रसूता की तबीयत बिगड़ी थी. फिलहाल मरीजों की स्थिति ठीक है. किस वजह और किसकी गलती से इस तरह से मरीजों के साथ हुआ है, इसकी जांच की जाएगी. इसके बाद दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी." -डीडी चौधरी, अस्पताल अधीक्षक