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भारत बंद के दौरान 'गुंडागर्दी', जहानाबाद में RJD कार्यकर्ताओं ने जबरन बंद कराई दुकानें और NH - protest in Jehanabad

आरजेडी कार्यकर्ताओं ने गया-पटना सड़क एनएच 83 पर जाम कर दिया. कई वाहन के टायर का हवा निकाल दिया. सुबह से ही राजद कार्यकर्ताओं ने शहर में घूम घूम कर सभी दुकानदारों को बंद रखने का अपील भी कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर राजद के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी शुरू हो गई है.

mpact of Bharat Bandh
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Published : Dec 8, 2020, 8:36 AM IST

Updated : Dec 8, 2020, 8:46 AM IST

जहानाबाद: नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 12 दिनों से डटे प्रदर्शनकारी किसानों ने आज यानी मंगलवार को 'भारत बंद' बुलाया है. किसान संगठनों के भारत बंद को बिहार के तमाम विपक्षी दलों ने खुला समर्थन दिया है. राजद-कांग्रेस और वाम दलों के साथ राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी ने भी नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया है. वहीं जहानाबाद में भारत बंद को सफल बनाने के लिए सुबह से ही आरजेडी कार्यकर्ता सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक प्रशासन की ओर से आरजेडी कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी गई है.

गया-पटना जाम
आरजेडी कार्यकर्ताओं ने गया-पटना सड़क एनएच 83 पर जाम कर दिया. कई वाहनों के टायर की हवा निकाल दी गई है. सुबह से ही राजद कार्यकर्ताओं ने शहर में घूम घूम कर सभी दुकानदारों को बंद रखने का अपील भी कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर राजद के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी शुरू हो गई है. वीडियो में आरजेडी के कार्यकर्ता वाहन चालक के साथ झगड़ते नजर आ रहे हैं. साथ ही मारपीट करने की भी बात कर रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'सड़क पर नहीं चलेगी वाहन'
राजद कार्यकर्ताओं की ओर से शहर में घूम घूम कर विभिन्न दुकानदारों को बंद कराया जा रहा है. उनका कहना है कि कि किसान के समर्थन में आज भारत बंद का आयोजन किया गया है. इसलिए सभी दुकानें बंद रहेंगी और कोई भी वाहन सड़क पर नहीं चलेगी.

भारत बंद का ऐलान
बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है. बंद को लेकर केंद्र सरकार ने एडवायजरी जारी की है. बता दें कि किसान आंदोलन के समर्थन में कई ट्रेड यूनियन और राजनीतिक पार्टियां शामिल हैं. केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है. हालांकि अभी तक कोई नतीजा निकल कर सामने नहीं आया है.

किसान नेताओं के अनुसार पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक 'चक्का जाम' और प्रदर्शन किया जाएगा. इस दौरान प्रमुख सड़कों को जाम किया जाएगा. वहीं, किसान 9 दिसंबर को केंद्र सरकार के साथ इस मसले पर फिर से बातचीत कर सकती है.

'शामिल होने के लिये बाध्य नहीं किया जाएगा'
केंद्र के हालिया कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संघों के मंगलवार को राष्ट्रव्यापी बंद के आह्वान को कुछ मजदूर संघों ने भी समर्थन देने का एलान किया है. हालांकि किसान नेताओं ने कहा है कि किसी को भी बंद में शामिल होने के लिये बाध्य नहीं किया जाएगा.

जहानाबाद: नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 12 दिनों से डटे प्रदर्शनकारी किसानों ने आज यानी मंगलवार को 'भारत बंद' बुलाया है. किसान संगठनों के भारत बंद को बिहार के तमाम विपक्षी दलों ने खुला समर्थन दिया है. राजद-कांग्रेस और वाम दलों के साथ राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी ने भी नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया है. वहीं जहानाबाद में भारत बंद को सफल बनाने के लिए सुबह से ही आरजेडी कार्यकर्ता सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक प्रशासन की ओर से आरजेडी कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी गई है.

गया-पटना जाम
आरजेडी कार्यकर्ताओं ने गया-पटना सड़क एनएच 83 पर जाम कर दिया. कई वाहनों के टायर की हवा निकाल दी गई है. सुबह से ही राजद कार्यकर्ताओं ने शहर में घूम घूम कर सभी दुकानदारों को बंद रखने का अपील भी कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर राजद के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी शुरू हो गई है. वीडियो में आरजेडी के कार्यकर्ता वाहन चालक के साथ झगड़ते नजर आ रहे हैं. साथ ही मारपीट करने की भी बात कर रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'सड़क पर नहीं चलेगी वाहन'
राजद कार्यकर्ताओं की ओर से शहर में घूम घूम कर विभिन्न दुकानदारों को बंद कराया जा रहा है. उनका कहना है कि कि किसान के समर्थन में आज भारत बंद का आयोजन किया गया है. इसलिए सभी दुकानें बंद रहेंगी और कोई भी वाहन सड़क पर नहीं चलेगी.

भारत बंद का ऐलान
बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है. बंद को लेकर केंद्र सरकार ने एडवायजरी जारी की है. बता दें कि किसान आंदोलन के समर्थन में कई ट्रेड यूनियन और राजनीतिक पार्टियां शामिल हैं. केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है. हालांकि अभी तक कोई नतीजा निकल कर सामने नहीं आया है.

किसान नेताओं के अनुसार पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक 'चक्का जाम' और प्रदर्शन किया जाएगा. इस दौरान प्रमुख सड़कों को जाम किया जाएगा. वहीं, किसान 9 दिसंबर को केंद्र सरकार के साथ इस मसले पर फिर से बातचीत कर सकती है.

'शामिल होने के लिये बाध्य नहीं किया जाएगा'
केंद्र के हालिया कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संघों के मंगलवार को राष्ट्रव्यापी बंद के आह्वान को कुछ मजदूर संघों ने भी समर्थन देने का एलान किया है. हालांकि किसान नेताओं ने कहा है कि किसी को भी बंद में शामिल होने के लिये बाध्य नहीं किया जाएगा.

Last Updated : Dec 8, 2020, 8:46 AM IST
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