अरवल: पूर्व मुख्यमंत्री और 'हम' के संयोजक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) इन दिनों गरीब संपर्क यात्रा (Garib Sampark Yatra) पर हैं. इसके तहत वे अरवल पहुंचे. वहां एक सभा को संबोधित करते हुए अपने बेटे संतोष सुमन को सीएम पद के लिए बेहतर उम्मीदवार बताया. जीतन राम मांझी ने संतोष सुमन को क्यों सीएम बनाया जाए इसके लिए कई कारण भी बातये. उन्होंने जाे कारण बताये उससे महागठबंधन में दरार पड़ सकती है. क्योंकि, ऐसा माना जा रहा है कि उनका तर्क सीधे-सीधे तेजस्वी की शैक्षणिक योग्यता पर हमला है.
इसे भी पढ़ेंः Garib Sampark Yatra in Nawada : जीतन राम मांझी बोले- श्रीबाबू को मिलना चाहिए 'भारत रत्न'
मुख्यमंत्री बनने की योग्यता बतायाः जीतन राम मांझी ने कहा कि उनका बेटा संतोष पढ़ा-लिखा है. उसने नेट क्वालीफाई किया है और प्रोफेसर है. मुख्यमंत्री के लिए जिन लोगों का नाम आता है, वैसे लोगों को पढ़ा सकता है. सारी योग्याता है उसमें. पिता जीतन राम मांझी के बयान पर मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं बताया. कहा- जनता का प्यार-सम्मान पाने के लिए काम करूंगा. अरवल प्रखंड परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि इस सरकार में दलितों, गरीबों की उपेक्षा हुई है. गरीबों का जितना विकास होना चाहिए उतना नहीं हुआ है.
बयानों के कारण सुर्खियों में रहते हैं मांझीः बता दें कि जीतन राम मांझी अपने विवादित बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं. कभी वो शराब पीने देने की मांग करते हैं तो कभी ब्राह्मणों के खिलाफ बयान देकर चर्चा में रहते हैं. जीतन राम मांझी इन दिनों गरीब संपर्क यात्रा पर हैं. इस यात्रा के दौरान वो लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हमलावर हैं. यात्रा के दौरान उन्होंने नीतीश सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे.
इसे भी पढ़ेंः Jitan Ram Manjhi : 'जब मैं मुख्यमंत्री था तो..' जीतन राम मांझी ने 'बेरोजगारी' पर नीतीश कुमार को घेरा
"संतोष को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए. संतोष युवा है, पढ़ा-लिखा है और जिन बहुत से लोगों का नाम मुख्यमंत्री बनने के लिए आता है उन्हें भी पढ़ा सकता है. ऐसा नहीं है कि संतोष केवल भुइया जाति से आते हैं, बल्कि वह एक प्रोफेसर भी हैं"- जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री