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जहानाबादः 4 दिवसीय रूद्र महायज्ञ का शुभारंभ, भारी तादाद में पहुंच रहे श्रद्धालु

यज्ञ में आने वाले दूर-दराज के भक्तों के लिए खास यहां ठहरने और खाने पीने का पूरा इंतजाम है. इस दौरान श्रद्धालु प्रवचन, कथा और कलश यात्रा में भी शामिल होंगे.

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Published : Jun 9, 2019, 8:33 PM IST

शिव मंदिर

जहानाबादः जिले में इन दिनों लोगों पर भक्ति का रंग चढ़ा हुआ हैं. जहानाबाद के गांवों-कस्बों में यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में जहानाबाद के कल्पा खुर्द गांव में चार दिवसीय रूद्र महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है.

pooja path
यज्ञ की तैयारी

चार दिवसीय यज्ञ के आयोजन पर बनारस और वृंदावन से पंडित यहां पहुंचे हैं. इस दौरान सैकड़ों महिला और पुरुषों ने कलश यात्रा में भाग लिया और पुनपुन नदी से जल भरकर अनुष्ठान का शुभारंभ किया. यज्ञ करा रहे पंडित ने बताया कि इस यज्ञ से अन्न-जल के साथ ही शरीर निरोग रहता है. इस यज्ञ का एक विशेष महत्व है.

रूद्र महायज्ञ

श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम
यज्ञ करा रहे लोगों का कहना है कि यज्ञ में आने वाले दूर-दराज के भक्तों के लिए यहां ठहरने और खाने पीने का पूरा इंतजाम किया गया है. इस दौरान श्रद्धालु प्रवचन, कथा और कलश यात्रा में भी शामिल होंगे.

विज्ञान में भी है यज्ञ का महत्व
यज्ञ हिंदू धर्म में प्राचीन भारत के आरंभिक ग्रंथों और वेदों में निर्धारित अनुष्ठानों पर आधारित उपासना पद्धति है. सभी लोग मिलकर यज्ञ में शामिल होते हैं और कथा-कीर्तन कर यज्ञ को सफल बनाते हैं. विज्ञान के अनुसार भी हवन वातावरण के लिए लाभकारी है. यज्ञ से निकलने वाले धुएं से स्वच्छ हवा के साथ स्वच्छ वातावरण मिलता है. साथ ही बीमारी फैलाने वाले कीटाणुओं का भी नाश होता है.

जहानाबादः जिले में इन दिनों लोगों पर भक्ति का रंग चढ़ा हुआ हैं. जहानाबाद के गांवों-कस्बों में यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में जहानाबाद के कल्पा खुर्द गांव में चार दिवसीय रूद्र महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है.

pooja path
यज्ञ की तैयारी

चार दिवसीय यज्ञ के आयोजन पर बनारस और वृंदावन से पंडित यहां पहुंचे हैं. इस दौरान सैकड़ों महिला और पुरुषों ने कलश यात्रा में भाग लिया और पुनपुन नदी से जल भरकर अनुष्ठान का शुभारंभ किया. यज्ञ करा रहे पंडित ने बताया कि इस यज्ञ से अन्न-जल के साथ ही शरीर निरोग रहता है. इस यज्ञ का एक विशेष महत्व है.

रूद्र महायज्ञ

श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम
यज्ञ करा रहे लोगों का कहना है कि यज्ञ में आने वाले दूर-दराज के भक्तों के लिए यहां ठहरने और खाने पीने का पूरा इंतजाम किया गया है. इस दौरान श्रद्धालु प्रवचन, कथा और कलश यात्रा में भी शामिल होंगे.

विज्ञान में भी है यज्ञ का महत्व
यज्ञ हिंदू धर्म में प्राचीन भारत के आरंभिक ग्रंथों और वेदों में निर्धारित अनुष्ठानों पर आधारित उपासना पद्धति है. सभी लोग मिलकर यज्ञ में शामिल होते हैं और कथा-कीर्तन कर यज्ञ को सफल बनाते हैं. विज्ञान के अनुसार भी हवन वातावरण के लिए लाभकारी है. यज्ञ से निकलने वाले धुएं से स्वच्छ हवा के साथ स्वच्छ वातावरण मिलता है. साथ ही बीमारी फैलाने वाले कीटाणुओं का भी नाश होता है.

Intro:जहानाबाद जिला इन दिनों भक्ति के रंग में पूरी तरह से सराबोर दिखाई दे रहा है. हर तरफ किसी ना किसी तरह का धार्मिक अनुष्ठान हो रहा है. इसी कड़ी में सदर प्रखंड के कल्पा खुर्द गांव में चार दिवसीय रूद्र महायज्ञ का आयोजन किया गया ताकि इलाके में शांति और खुशहाली कायम रहे.


Body:इसको लेकर आज सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुषों ने कलश यात्रा में भाग लिया और पुनपुन नदी से जल भरि के साथ ही अनुष्ठान का शुभारंभ हो गया है. लोगों का मानना है कि यज्ञ कराने से वृष्टि की उत्पत्ति होती है और दृष्टि से अन्य की उत्पत्ति होती है साथ ही क्षेत्र का कल्याण भी होता है. यह यज्ञ 9 जून से 14 जून तक किया जाएगा. वरिष्ठ आत्मा की यज्ञ का अपना एक विशेष महत्व होता है, यह भावनात्मक और वैज्ञानिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है.


Conclusion:यज्ञ हिंदू धर्म में प्राचीन भारत के आरंभिक ग्रंथों और वेदों में निर्धारित अनुष्ठानों पर आधारित उपासना पद्धति है और यह हमेशा उद्देश्य पूर्ण होता है. गांव के सभी लोग मिलकर यज्ञ में शामिल होते हैं और कथा व कीर्तन कर यज्ञ को सफल बनाते हैं. विज्ञान के अनुसार भी हवन वातावरण के लिए लाभकारी है, यज्ञ से निकलने वाले धुएं से वायु शुद्ध होता है और बीमारी फैलाने वाले कीटाणुओं का विनाश होता है. इन्हीं विशेषताओं के कारण आज भी लोगों के द्वारा यज्ञ का आयोजन किया जाता है.
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