जहानाबाद: जिले के काको प्रखंड क्षेत्र के अलीनगर पाली में चेहल्लुम के मौके पर अकीदतमंदों की तरफ से मजलिस, मातम और नोहा का आयोजन किया गया. इस मौके पर डॉ. इरशाद मासूमी ने मरसिया खानी पेश किया. वहीं, नेयाज काजमी ने दर्द भरी आवाज में नोहा पेश किया.
'इमाम हुसैन की शहादत को याद किया जाता है'
अकीदतमंदों ने बताया कि मोहर्रम के 40 दिन के बाद चेहल्लुम का आयोजन होता है. जिसमें मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत को याद किया जाता है. उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन ने दीन बचाने के लिए अपने परिवार के साथ 72 लोगों की कुर्बानी कर्बला (इराक) में दी थी.
हसन-हुसैन को दी श्रद्धांजलि
इस मौके पर पहुंचे सूबे के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा और जहानाबाद के विधायक कुमार कृष्णमोहन उर्फ सुदय यादव ने जिले में अमन, शांति और बेहतरी के लिए दुआ मांगी. इस दौरान मंत्री और विधायक ने मोमबत्ती जलाकर हसन हुसैन को श्रद्धांजलि अर्पित की.
हिंदू और मुसलमान रहे मौजूद
इस दौरान डीएम नवीन कुमार, पुलिस अधीक्षक मनीष, शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सैयद सलमान हुसैन, पूर्व चेयरमैन मोहसिन अली मासूमी, मुखिया सुनील यादव, और बीडीओ राजेश कुमार दिनकर समेत बड़ी संख्या में हिंदू और मुसलमान उपस्थित रहे.