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जहानाबाद: 2009 में CM नीतीश ने किया था इस ICU का उद्धाटन, अब तक नहीं हुआ चालू

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Published : Jan 12, 2020, 12:30 PM IST

Updated : Jan 12, 2020, 1:17 PM IST

आईसीयू में मुख्य डॉक्टर के कमी की वजह से मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी होती है. अस्पताल के उपाधीक्षक बीके झा ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने प्रबंधक से बात की है, जल्द ही डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जाएगी.

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आईसीयू

जहानाबाद: जिले के सदर अस्पताल ने चिकित्सा में बेहतर सुविधा को लेकर सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है. 2009 में नीतीश कुमार ने यहां आईसीयू का उद्घाटन किया था, जो 11 साल बीत जाने के बाद भी अब तक सुचारू रूप से चालू नहीं हो पाया है.

आईसीयू में डॉक्टरों की कमी
आईसीयू में मुख्य डॉक्टर की कमी की वजह से मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी होती है. मजबूरन मरीजों को यहां से प्राइवेट क्लिनिक के लिए पटना रवाना होना पड़ता है. इलाज के लिए आईसीयू में रखे उपकरण भी खराब पड़े हुए हैं.

पेश है रिपोर्ट

जल्द होगी कार्रवाई
वहीं, समाजसेवी पप्पू जी ने बताया कि सदर अस्पताल डॉक्टरों की कमी के लिए अक्सर सुर्खियों में रहता है. डॉक्टरों की कमी की वजह से यहां इलाज करवाने आए मरीजों को आगे रेफर कर दिया जाता है. अस्पताल के उपाधीक्षक बीके झा ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने प्रबंधक से बात की है. जल्द ही डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े.

यह भी पढ़ें- पटनाः पतंजलि चिकित्सालय में चुंबक और अनाज से कैंसर जैसी बीमारियों का होता है सफल इलाज

जहानाबाद: जिले के सदर अस्पताल ने चिकित्सा में बेहतर सुविधा को लेकर सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है. 2009 में नीतीश कुमार ने यहां आईसीयू का उद्घाटन किया था, जो 11 साल बीत जाने के बाद भी अब तक सुचारू रूप से चालू नहीं हो पाया है.

आईसीयू में डॉक्टरों की कमी
आईसीयू में मुख्य डॉक्टर की कमी की वजह से मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी होती है. मजबूरन मरीजों को यहां से प्राइवेट क्लिनिक के लिए पटना रवाना होना पड़ता है. इलाज के लिए आईसीयू में रखे उपकरण भी खराब पड़े हुए हैं.

पेश है रिपोर्ट

जल्द होगी कार्रवाई
वहीं, समाजसेवी पप्पू जी ने बताया कि सदर अस्पताल डॉक्टरों की कमी के लिए अक्सर सुर्खियों में रहता है. डॉक्टरों की कमी की वजह से यहां इलाज करवाने आए मरीजों को आगे रेफर कर दिया जाता है. अस्पताल के उपाधीक्षक बीके झा ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने प्रबंधक से बात की है. जल्द ही डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े.

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Intro:सूबे के सरकार लाख दावा करे चिकित्सा में बेहतर सुविधा को लेकर पर ऐसा देखने को नहीं मिल पा रहा है जहानाबाद जिले का सदर अस्पताल में 2009 में नीतीश कुमार ने आईसीयू का किया था उद्घाटन जो अब तक सुचारू रूप से चालू नहीं हो पाया है


Body:जहानाबाद जिले के सदर अस्पताल के 2009 में आईसीयू का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था पर आईसीयू का उपयोग अब तक सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है आईसीयू का मुख्य डॉक्टर कि नहीं रहने की वजह से जिससे मरीजों को यहां पर इलाज करवाने आने में काफी कठिनाइयां होती है और मजबूरन यहां से प्राइवेट क्लिनिक के लिए पटना जाना पड़ता है आईसीयू में इलाज करवाने आईसीयू में रखे उपकरण भी खराब पड़ा है । हॉस्पिटल मैं अक्सर सुनने को आता है कि डॉक्टर की कमी के वजह से मरीजों के साथ काफी परेशानियां होती है वहीं समाजसेवी पप्पू जी बताते हैं कि इस हॉस्पिटल डॉक्टरों की कमी से सुर्खियों में रहता है आईसीयू 2009 में चालू तो कर दिया गया था मरीजों के लिए पर यह अब तक दुर्भाग्य कि इसे मरीजों का अब तक इससे फायदा नहीं हो पाया और मरीज जो आते ही राज्य करवाने के लिए उन्हें यहां से तत्काल रेफर कर दिया जाता है


Conclusion:वही हॉस्पिटल के उपाधीक्षक बीके झा बी मानते हैं कि डॉक्टर की कमी के वजह से आईसीयू मैं मरीजों के इलाज नहीं हो रहा है उन्होंने कहा कि हमारे यहां डॉक्टरों की कमी है । आईसीयू का जो मुख्य डॉक्टर होते हैं उनका भी कमी है इस संबंध में हमने ऊपर के प्रबंधक से बात किया है और जल्द इस समस्या का समाधान कर लिया जाएगा और डॉ की संख्या बढ़ाई जाएगा जिससे मरीजों की किसी तरफ से परेशानियां ना हो
Last Updated : Jan 12, 2020, 1:17 PM IST
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