जमुई: बिहार के जमुई में अग्निपथ योजना के विरोध में शुक्रवार को जिले में सेना की तैयारी कर रहे सैकड़ों युवाओं ने शहर के कचहरी चौक को जाम कर विरोध (Protested Against Agneepath Scheme in Jamui) जताया. साथ ही युवाओं ने कचहरी चौक पर लगे बैनर पोस्टरों को फाड़कर आगजनी की. इतना ही नहीं पुलिस के सामने आक्रोशित युवाओं ने डीएम आवास के समीप लगे नेम प्लेट को तोड़ डाला. और उनके आवास पर चप्पल फेंके. जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो सभी युवा जमुई रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ गए, और रास्ते में भी जमकर उत्पात मचाया.
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जमुई रेलवे ट्रैक को किया दो घंटे जाम: सतगामा में जदयू कार्यालय के समक्ष भी तोड़फोड़ की गई. इस बीच किउल पुल के समीप युवाओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया. लेकिन युवाओं का हुजूम नहीं थमा. आंदोलनकारियों ने जमुई रेलवे ट्रैक को दो घंटे जाम कर दिया. आक्रोशित युवाओं ने किउल-जसीडीह रेलखंड के जमुई रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर युवा लेट गए और ट्रैक पर पुश अप करने लगे. कुछ युवक खड़े होकर विरोध जताया. हालांकि मौके पर पहुंचे एसडीओ अभय कुमार तिवारी, सदर एसडीपीओ राकेश कुमार, सहित अन्य पदाधिकारियों ने हंगामा कर रहे युवाओं को काफी समझाने का प्रयास किया. लेकिन युवा काफी आक्रोशित थे. और उन्होंने रेलवे ट्रैक पर घंटों बवाल काटा.
अग्निपथ योजना को लेकर हंगामा: अग्निपथ योजना को लेकर हंगामा कर रहे युवा जब हद पार करने लगे तो सदर एसडीपीओ और एसडीओ ने सख्ती दिखाते हुए, रेलवे ट्रैक को जल्द नहीं खाली करने की बात कही. इसके बाद सभी युवा रेलवे ट्रैक छोड़कर चलते बने. हालांकि इस घटना के बाद वहां पहुंचे यात्रियों को घंटों परेशानियों का सामना करना पड़ा. जमुई कचहरी चौक पर युवाओं के सड़क जाम करने की जानकारी के बाद, जिला प्रशासन ने जमुई रेलवे स्टेशन को पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया था. ताकि हंगामा कर रहे युवा रेलवे स्टेशन नहीं पहुंच सकें. लेकिन उसके बावजूद आक्रोशित युवा रेलवे स्टेशन पहुंच गए, और रेलवे ट्रैक पर घंटों हंगामा किया. इधर युवाओं के विरोध को देखकर स्थानीय मलयपुर बाजार की सभी दुकानदारों ने अपनी प्रतिष्ठान को बंद कर दिया.
क्या है अग्निपथ योजना: बताया गया है कि अग्निपथ योजना के तहत, पुरुष और महिला (सेवा की जरूरत होने पर शामिल की जाएंगी) दोनों को अग्निवीर बनने का मौका दिया जाएगा. 17.5 साल से लेकर 21 साल तक के युवा इस सेवा में शामिल होने के लिए योग्य माने जाएंगे. वर्तमान में सेना के जो मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड हैं वही मान्य होंगे. 10वीं और 12वीं पास कर चुके युवा (सैन्य बलों की नियम और शर्तों के अनुसार) अग्निवीर बन सकते हैं. अग्निपथ योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा.
ऐसे होगा वेतन का भुगतानः भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुवात की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है.
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