जमुईःबुलंद हौसले और सच्ची लगन हो तो मुश्किल से मुश्किल काम आसान हो जाता है. जमुई जिला के खैरा प्रखंड के जीतझिन्गोइ पंचायत के हरदीमोह गांव में महिलाओं ने ऐसा कुछ कर दिखाया जिनकी मेहनत के बदौलत आज उनकी आय दोगुनी हो गई है. घर-घर मशरूम की खेती होने लगी.
यहां मशरूम की इतनी खेती हुई कि इस गांव का नाम बदलकर अब मशरूम ग्राम रख दिया गया है. दरअसल, जिला प्रशासन और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण यानी आत्मा के सहयोग से यहां की ग्रामीण महिलाएं मशरूम की खेती करके आत्मनिर्भर बन रहीहैं. इनकी आर्थिक स्थिती में इससे काफी सुधार हुआ है.
महिलाओं का क्या है कहना
अपने गांव और घर में ही रहकर अच्छे पैसे कमाने की यह बड़ीपहल है. स्वरोजगार योजना के तहत यहां की महिलाएं अब स्वावलंबी होती जा रही हैं.मशरूम की खेती करने वाली महिलाओं का कहना है कि मशरूम की खेती करने से महीने में करीब 15 से 20000 की आमदनी हो जाती है. खाद और बीज प्रौद्योगिकी प्रबंधन की ओर से दिया जाता है. यही वजह है कि मशरूम उगाने वाली महिलाएं में काफी उत्साह है.
महिलाओं का कहना है कि इस खेती में कोई परेशानी नहीं है. मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में हरदीमोह गांव यानी मशरूम ग्राम की महिलाएं काफी उत्साहित हैं ,इससेइलाके के अन्य लोगों में भी स्वरोजगार की ललक बढ़ रही है.