जमुई: बिहार के जमुई में पुलिस के खिलाफ शिकायत लेकर सैंकड़ो महिलाएं जिलाधिकारी के दफ्तर (Women complained to DM In Jamui) पहुंच गयी. महिलाओं ने डीएम को आवेदन देकर पुलिस से सुरक्षा देने की गुहार लगायी है. महिलाओं ने बताया कि कल बीती रात अचानक पुलिस गांव में पहुंच गयी. उस दौरान गांव के अधिकांश लोग सो चुके थे. पुलिस ने आते ही घर में घुस गए और सामान को उलट-पुलट करने लगे. जब घर की महिलाओं ने पुलिस का विरोध किया तो पुलिस ने उन्हें घर के अंदर बंद कर दिया. मामला टाउन थाना क्षेत्र के संगथु गांव का है.
यह भी पढ़ें: जमुई में जमीन विवाद में खूनी झड़प, तलवार से तीन लोगों को काटा, देखें लाइव वीडियो...
पुलिस पर घर का सामान तोड़ने का आरोप: शिकायत करने डीएम के पास पहुंची महिलाओं को आरोप है कि पुलिस ने घर का दरवाजा, सामान सहित कपड़े और बिछावन को भी तहस-नहस कर किया. जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने उनकी पिटाई कर दी. यहां तक की बुजुर्ग और महिलाओं को भी पीटा गया. जिससे ग्रामीणों में पुलिस को लेकर दहशत है.
सीसीटीवी कैमरा तोड़ना का भी आरोप: डीएम को दिए शिकायत के अनुसार पुलिस संगथु गांव देर रात करीब 11 से 12 बजे पहुंची थी. इस दौरान कई घरों में छापा मारा गया. पुलिस पर आरोप है कि घर की महिलाएं और बुजुर्गों से मारपीट की गयी है. वहीं जिस घर में सीसीटीवी कैमरा लगा था, उसे तोड़कर डीवीआर को नष्ट कर दिया गया.
डीजीपी और डीएम से घटना की शिकायत: ग्रामीणों ने मामले की शिकाय बिहार पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक मुंगेर और जिले के डीएम से की है. आक्रोशित ग्रामीणों और महिलाओं ने मामले की जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत करने की मांग की है. उनका कहना है कि यदि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे.
"एक फरारी के विरुद्ध पुलिस छापेमारी करने गई थी. उसी क्रम में अमरथ पंचायत के संगथू गांव में पुलिस ने रेड मारा. मिली रही सूचना के अनुसार कुछ लोगों ने इसका प्रतिकार कर विरोध किया. इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई. जिसमें कई लोग जख्मी हो गए. जिसकी शिकायत लेकर महिलाएं आई है. पुलिस ने मेन हेंडलिंग करने में लापरवाही की है. जांच चल रही है. दोषियों पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी" -डॉ राकेश कुमार, एसडीपीओ