जमुईः मानसून की पहली बारिश ने नगर परिषद के विकास कार्यों के दावों की पोल खोलकर रख दी है. नगर परिषद प्रशासन शहर की साफ-सफाई के मामले में कितना संजीदा है. यह शहर में फैली गंदगी, मोहल्ले में जलजमाव तथा नालों में फैली गंदगी कार्यों को दर्शा रही है.
जबकि हर वर्ष शहर की साफ-सफाई के नाम पर सरकार के खजाने से करोड़ों पैसा खर्च किया जाता है. इसके बावजूद मानसून की पहली बारिश से शहर के तमाम इलाकों में इस कदर ओवर फ्लो हो गया कि नालों में भरी सारी गंदगी सड़क पर आ गई है.
मानसून ने खोली नगर निगम की पोल
बता दें कि नगर परिषद क्षेत्र के वीआईपी कॉलोनी, महिसोड़ी चौक रोड, बिहारी मोहल्ला, पाटलिपुत्र कॉलोनी, महाराजगंज, पुरानी बाजार, निमारंग मोहल्ला , सदर अस्पताल रोड़, कल्याणपुर, शीतला कॉलोनी, शांति नगर, आजाद नगर सहित अन्य वार्डों में जलजमाव हो गया है. वहीं कई मोहल्लों में तो जलकुंभी भी जम गया है.
मोहल्लो में भरा पानी
स्थानीय निवासी श्रीकांत शर्मा, राजेश सिंह, राहुल कुमार सिंह सहित अन्य लोगों ने बताया कि प्रत्येक वर्ष बरसात के मौसम में यही स्थिति बनी रहती है. जिला मुख्यालय के सामने सरकारी बस स्टैंड वाले इलाकों में भी नाली का पानी जमा हो जाता है.
बरसात के कारण पूरा इलाका तालाब में तब्दील
नगर परिषद क्षेत्र के सफाई की जिम्मेदारी एक एनजीओ को दिया गया है. लेकिन एनजीओ की ओर से सही तरीके से शहर की सफाई नहीं की जा रही. जिस कारण हल्की मानसून की बरसात के कारण पूरा इलाका तालाब में तब्दील हो चुका है.
लोगों को हो रही परेशानी
बिहारी मोहल्ले में सैकड़ों से अधिक घर वाले इस जल जमाव के कारण अपने घरों से निकल नहीं पा रहे हैं. जिस कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि इन लोगों की ओर से कई बार इस बात की शिकायत जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार और कार्यपालक पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद वर्मा से की गई. लेकिन उसके बाद भी अब तक कोई उपाय नहीं किया गया है. जिस कारण इन लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.