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जमुई पिता-पुत्र हत्याकांड: पुलिस ने 2 नक्सलियों को किया गिरफ्तार

जमुई में पिता-पुत्र हत्याकांड मामले में दो अन्य नक्सलियों की गिरफ्तारी की गई है. इन दोनों नक्सलियों की पहचान कर ली गई है. साथ ही पुलिस अन्य की तलाश में जुटी हुई है.

गिरप्तार
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Published : Sep 1, 2021, 12:42 PM IST

जमुई: जिले के चकाई थाना क्षेत्र (Chakai Police Station) अंतर्गत टोला पहाड़ बाराजोर गांव में हुए पिता-पुत्र हत्याकांड (Father-son Killed) मामले में दो अन्य नक्सलियों (Naxalites) की गिरफ्तारी की गई है. हालांकि घटना के बाद अब भी लोगों के अंदर दहशत का माहौल बना हुआ है.

इसे भी पढ़ें: Saran News: छत्तीसगढ़ की युवती रिवाल्वर के साथ गिरफ्तार, नक्सली होने का संदेह

गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान सोनो थाना क्षेत्र अंतर्गत भेलवा मोहनपुर गांव निवासी मोहन यादव और यमुना यादव के रूप में हुई है. इस हत्याकांड के बाद से ही पुलिस नक्सलियों की तलाश में जुटी हुई थी. बीते मंगलवार को भी हत्याकांड में शामिल नक्सली चंदन पंडित को थमहन गांव से गिरफ्तार किया गया था.

ये भी पढ़ें: नक्सलियों ने लेवी की डिमांड को लेकर मजदूरों से की मारपीट, टेंपो में लगाई आग

सुरक्षाबल लगातार नक्सली चंदन से घटना में शामिल लोगों के बारे पूछताछ कर रहे थे. जिसके बाद उसने हत्याकांड में शामिल रहने की बात कबूली कर ली. साथ ही हत्याकांड में शामिल कई लोगों के नाम भी बताए.

बता दें कि बीते 25 अगस्त की रात नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप में टोला पहाड़ स्थित बालाजोर गांव (Balajor Village) में चतुर हैम्बरम और उसके पुत्र अर्जुन हैम्बरम की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद से ही बालाजोर गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. घटना के बाद से लोग दहशत में हैं. साथ ही ग्रामीण अपने-अपने घरों में दुबके हुए हैं.

गांव के ग्रामीणों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि 25 अगस्त की रात 11 बजे के करीब दर्जनों गोलियां चलने की आवाज सुनी गई थी. जब वे लोग इस बारे में जानने अपने घरों से बाहर निकलना चाहे, तो उनके दरवाजे पर बाहर से सांकल लगा हुआ था. दरवाजा थपथपाने पर नक्सलियों ने उन्हें चुपचाप घर में दुबके रहने की चेतावनी दी, अन्यथा जान से मारने की धमकी दी.

अगले दिन सुबह यानी कि गुरुवार की सुबह ग्रामीणों को जानकारी मिली कि दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. जिसके बाद से ही ग्रामीण काफी भयभीत और सहमे हुए हैं. क्योंकि वे लोग ऐसे दुर्गम जंगल पहाड़ के बीच रहते हैं, जहां पुलिस की सहायता पहुंचने में दो दिन लग जाते हैं.

बता दें कि घटना के बाद नक्सलियों ने शवों के साथ जो पर्चा छोड़ा था, उस पर आम लोगों के लिए धमकी भरी अपील है. यह पत्र भाकपा माओवादी के हवाले से छोड़ा गया है. पर्चे में लिखा है "तमाम भाई बहनों से अपील है, कृपया SPO का काम न करें, इलाके से लुटेरे वर्गों को मार भगाएं."

नक्सलियों ने पर्चा जिस अंदाज में लिखा था, उससे अनुमान लगाया गया है कि नक्सलियों ने मुखबिरी के आरोप में इन दोनों की हत्या की है. हालांकि, ठोस कारणों का पता नहीं चल सका है. मामले की तफ्तीश के बाद ही हत्या की असली वजह का पता चल सकेगा.

जमुई: जिले के चकाई थाना क्षेत्र (Chakai Police Station) अंतर्गत टोला पहाड़ बाराजोर गांव में हुए पिता-पुत्र हत्याकांड (Father-son Killed) मामले में दो अन्य नक्सलियों (Naxalites) की गिरफ्तारी की गई है. हालांकि घटना के बाद अब भी लोगों के अंदर दहशत का माहौल बना हुआ है.

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गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान सोनो थाना क्षेत्र अंतर्गत भेलवा मोहनपुर गांव निवासी मोहन यादव और यमुना यादव के रूप में हुई है. इस हत्याकांड के बाद से ही पुलिस नक्सलियों की तलाश में जुटी हुई थी. बीते मंगलवार को भी हत्याकांड में शामिल नक्सली चंदन पंडित को थमहन गांव से गिरफ्तार किया गया था.

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सुरक्षाबल लगातार नक्सली चंदन से घटना में शामिल लोगों के बारे पूछताछ कर रहे थे. जिसके बाद उसने हत्याकांड में शामिल रहने की बात कबूली कर ली. साथ ही हत्याकांड में शामिल कई लोगों के नाम भी बताए.

बता दें कि बीते 25 अगस्त की रात नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप में टोला पहाड़ स्थित बालाजोर गांव (Balajor Village) में चतुर हैम्बरम और उसके पुत्र अर्जुन हैम्बरम की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद से ही बालाजोर गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. घटना के बाद से लोग दहशत में हैं. साथ ही ग्रामीण अपने-अपने घरों में दुबके हुए हैं.

गांव के ग्रामीणों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि 25 अगस्त की रात 11 बजे के करीब दर्जनों गोलियां चलने की आवाज सुनी गई थी. जब वे लोग इस बारे में जानने अपने घरों से बाहर निकलना चाहे, तो उनके दरवाजे पर बाहर से सांकल लगा हुआ था. दरवाजा थपथपाने पर नक्सलियों ने उन्हें चुपचाप घर में दुबके रहने की चेतावनी दी, अन्यथा जान से मारने की धमकी दी.

अगले दिन सुबह यानी कि गुरुवार की सुबह ग्रामीणों को जानकारी मिली कि दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. जिसके बाद से ही ग्रामीण काफी भयभीत और सहमे हुए हैं. क्योंकि वे लोग ऐसे दुर्गम जंगल पहाड़ के बीच रहते हैं, जहां पुलिस की सहायता पहुंचने में दो दिन लग जाते हैं.

बता दें कि घटना के बाद नक्सलियों ने शवों के साथ जो पर्चा छोड़ा था, उस पर आम लोगों के लिए धमकी भरी अपील है. यह पत्र भाकपा माओवादी के हवाले से छोड़ा गया है. पर्चे में लिखा है "तमाम भाई बहनों से अपील है, कृपया SPO का काम न करें, इलाके से लुटेरे वर्गों को मार भगाएं."

नक्सलियों ने पर्चा जिस अंदाज में लिखा था, उससे अनुमान लगाया गया है कि नक्सलियों ने मुखबिरी के आरोप में इन दोनों की हत्या की है. हालांकि, ठोस कारणों का पता नहीं चल सका है. मामले की तफ्तीश के बाद ही हत्या की असली वजह का पता चल सकेगा.

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