जमुई: बिहार के जमुई (Jamui) में सरेंडर करने वाला हार्डकोर नक्सली सह झारखंड-बिहार सीमावर्ती इलाकों का आतंक रहे सुरंग यादव ( Naxalite Surang Yadav ) पर देशद्रोह का शिकंजा कसेगा. गिरिडीह की अदालत ( Giridih Court ) में उसके खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा चलाने की तैयारी की जा रही है. सुरंग यादव पर ये कार्रवाई गिरिडीह के भेलवाघाटी में ढिबरा कारोबारी की गला रेतकर हत्या करने के मामले में की जा रही है. यही नहीं, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के पुत्र समेत सिर्फ गिरिडीह जिले में तीन दर्जन से अधिक लोगों की हत्या करने का उस पर आरोप है.
डीसी ने राज्य सरकार से मांगी मंजूरी
डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने भेलवाघाटी की नक्सली घटना से संबंधित दस्तावेज का अवलोकन कर राज्य सरकार से अभियोजन चलाने के लिए मंजूरी देने की मांग की है. राज्य सरकार के मंजूरी के बिना किसी व्यक्ति पर देशद्रोह का केस नहीं चलाया जा सकता है. शेखपुरा जेल में बंद सुरंग यादव गिरफ्तारी से पूर्व बिहार-झारखंड सीमा पर नक्सल गतिविधि में सक्रिय था. नक्सल गतिविधियों के बढ़ाने के साथ माइका, ढिबरा उत्खनन के साथ विकास कार्यों से लेवी लेता था. सरेंडर करने के बाद उसे जमुई जेल भेजा गया था. अभी उसे शेखपुरा जेल में रखा गया है.
ढिबरा खरीदने गए दासो की नक्सलियों ने की थी हत्या
इस कांड के सूचक उदय साव ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा था कि 17 अक्टूबर 2008 को उसका साला दासो साव ढिबरा ( माइका ) खरीदने देवरी प्रखंड क्षेत्र के तेतरिया मोड़ गया था. वह भी रामचंद्र ठाकुर के साथ वहीं गया हुआ था. सुबह करीब पांच बजे ढिबरा खरीदने में पंचायती की बात कह कर कुछ लोग जमा थे. अचानक तीस के करीब नक्सली हथियार से लैस होकर पहुंचे नक्सली दस्ते का नेतृत्व रमेश मंडल कर रहा था. उसे नक्सलियों ने उठाकर किनारे ले जाकर गला रेत कर हत्या कर दी. घटनास्थल पर एक पर्चा छोड़ा था. जिसमें लिखा गया था कि ग्राम रक्षा दल का नेतृत्व करने वाले दासो साव को मौत की सजा दो.
भेलवाघाटी में हुए तीन बड़े नक्सल घटना में था शामिल
तीन हार्डकोर नक्सलियों के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत केस चलेगा. जिन नक्सलियों के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम का केस चलेगा उनमें सुरंग यादव, राजू यादव उर्फ बसीर दा और शमसुद्दीन अंसारी शामिल हैं. डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने तीनों के खिलाफ अभियोजन मंजूरी दी है. सुरंग यादव पर आरोप है कि 26 नवंबर 2013 को पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली कोई बड़ी घटना के लिए क्षेत्र में हैं.
सर्च ऑपरेशन में मिले थे विस्फोटक
सर्च ऑपरेशन में महेश किशोर गांव के आगे जंगल के पास पहुंचने पर नक्सली भागने लगे. इस दौरान परवेज दा, चिराग दा, सुरंग, सिधु, राजू कह कर संबोधित कर रहे थे. वहीं जंगल में 40 किलो का आइडी और जुट के बोरा में भरा उतने ही विस्फोटक बरामद किया गया था. नक्सलियों ने किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए इस विस्फोटक को लाया था. वहीं राजू यादव उर्फ बसीर और शमसुद्दीन मामले में विस्फोटक बरामद किया गया था. नक्सली बसीर दा पर एक दूसरे मामले में डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने आर्म्स एक्ट में भी अभियोजन मंजूरी दी है.