ETV Bharat / state

रेलवे तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर GM के पास भेजा गया प्रपोजल

author img

By

Published : Feb 8, 2021, 12:35 PM IST

स्थानीय स्वास्थ्य निरीक्षक विभाग ने एक प्रपोजल बनाकर जीएम के पास भेजा है. सीएचआई संजीव कुमार ने बताया कि जीएम के दिये गये निर्देशानुसार रेलवे तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर कई तरह के कागजात जीएम ऑफिस भेजे गए हैं.

jamui
jamui

जमुई(झाझा): जिले में स्थित रेलवे तालाब अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. लेकिन अब जल्द ही इसका सौंदर्यीकरण का काम होने जा रहा है. रेलवे स्टेशन के बगल में स्थित तीन तालाब पिछले कई सालों से अपनी पहचान खोता जा रहा है. इसे देखते हुए रेल विभाग ने तालाब के कायाकल्प का फैसला लिया है.

तालाब का निरीक्षण
रेलवे हाजीपुर जोन के तत्कालीन जीएम ललीतचंद्र त्रिवेद्वी 15 जनवरी को झाझा पहुंचे थे. इस दौरान रेलवे तालाब की सौदर्यीकरण के बारे में उनसे कई सवाल पूछे गए थे. इसपर तत्कालीन जीएम ने कहा था कि सौंदर्यीकरण को लेकर एक टीम बनाकर तालाब का निरीक्षण करवाया जाएगा. इसके बाद यह एक अलग ही रूप में देखने को मिलेगा.

बोटिंग और मछली पालन से लोगों को मिलेगा रोजगार
स्थानीय स्वास्थ्य निरीक्षक विभाग ने एक प्रपोजल बनाकर जीएम के पास भेजा है. सीएचआई संजीव कुमार ने बताया कि जीएम के दिये गये निर्देशानुसार रेलवे तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर कई तरह के कागजात जीएम ऑफिस भेजे गए हैं. वहीं स्थानीय लोगो ने बताया कि अगर रेलवे तालाब का सौंदर्यीकरण कर इसमे बोटिंग और मछली पालन किया जाये तो रेलवे को राजस्व का फायदा होगा. साथ ही यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

ये भी पढ़ेः ऋतुराज के परिजनों से मिले पप्पू यादव, कहा- मामले की हो CBI जांच, तभी मिलेगा रूपेश को न्याय
अलग पहचान स्थापित करेगा झाझा
बता दें कि रेलवे स्टेशन के बगल में एक साथ तीन बड़े तालाब हैं. इसका उपयोग स्टीम इंजन के समय में किया जाता था. लेकिन स्टीम इंजन का परिचालन बंद होने के बाद से तालाब की सुंदरता धीरे-धीरे गुम होती चली गई. ऐसे में तीनों तालाब के सौंदर्यीकरण के बाद रेलनगरी कहलाने वाला झाझा क्षेत्र अपनी एक अलग पहचान स्थापित करेगा.

जमुई(झाझा): जिले में स्थित रेलवे तालाब अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. लेकिन अब जल्द ही इसका सौंदर्यीकरण का काम होने जा रहा है. रेलवे स्टेशन के बगल में स्थित तीन तालाब पिछले कई सालों से अपनी पहचान खोता जा रहा है. इसे देखते हुए रेल विभाग ने तालाब के कायाकल्प का फैसला लिया है.

तालाब का निरीक्षण
रेलवे हाजीपुर जोन के तत्कालीन जीएम ललीतचंद्र त्रिवेद्वी 15 जनवरी को झाझा पहुंचे थे. इस दौरान रेलवे तालाब की सौदर्यीकरण के बारे में उनसे कई सवाल पूछे गए थे. इसपर तत्कालीन जीएम ने कहा था कि सौंदर्यीकरण को लेकर एक टीम बनाकर तालाब का निरीक्षण करवाया जाएगा. इसके बाद यह एक अलग ही रूप में देखने को मिलेगा.

बोटिंग और मछली पालन से लोगों को मिलेगा रोजगार
स्थानीय स्वास्थ्य निरीक्षक विभाग ने एक प्रपोजल बनाकर जीएम के पास भेजा है. सीएचआई संजीव कुमार ने बताया कि जीएम के दिये गये निर्देशानुसार रेलवे तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर कई तरह के कागजात जीएम ऑफिस भेजे गए हैं. वहीं स्थानीय लोगो ने बताया कि अगर रेलवे तालाब का सौंदर्यीकरण कर इसमे बोटिंग और मछली पालन किया जाये तो रेलवे को राजस्व का फायदा होगा. साथ ही यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

ये भी पढ़ेः ऋतुराज के परिजनों से मिले पप्पू यादव, कहा- मामले की हो CBI जांच, तभी मिलेगा रूपेश को न्याय
अलग पहचान स्थापित करेगा झाझा
बता दें कि रेलवे स्टेशन के बगल में एक साथ तीन बड़े तालाब हैं. इसका उपयोग स्टीम इंजन के समय में किया जाता था. लेकिन स्टीम इंजन का परिचालन बंद होने के बाद से तालाब की सुंदरता धीरे-धीरे गुम होती चली गई. ऐसे में तीनों तालाब के सौंदर्यीकरण के बाद रेलनगरी कहलाने वाला झाझा क्षेत्र अपनी एक अलग पहचान स्थापित करेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.