जमुई: जिले के 250 प्राइवेट कोचिंग संस्थान के संचालकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन सौंपा है. उन्होंने कोचिंग संस्थान को खोलने की अनुमति मांगी है. बता दें इसको लेकर संचालक पूर्व में डीएम को भी आवेदन दे चुके हैं.
शिक्षण संस्थान पूर्णतः बंद
प्राइवेट कोचिंग एंड़ ट्रेनिंग ऐसोसिएशन के अध्यक्ष उदय कुमार और सचिव धनराज ठाकुर ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण सरकार के आदेशानुसार हमलोगों का शिक्षण संस्थान पूर्णतः बंद है. लेकिन इसकी वजह से हम भुखमरी के कगार पर हैं.
परिवार का जीना मुश्किल
सचिव ने बताया कि परिवार का जीना मुश्किल हो गया है. जल्द कोचिंग संस्थान खोलने की अनुमति नहीं मिली, तो आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाऐंगे. जिले के प्राइवेट कोचिंग एंड ट्रेनिंग ऐसोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव की अगुवाई में दर्जनों शिक्षक अपनी मांग का आवेदन देने जिला शिक्षा पदाधिकारी के पास पहुंचे.
संचालकों की स्थिति दयनीय
सचिव ने कहा कि जिले के लगभग 250 कोचिंग संचालकों की स्थिति दयनीय हो गई है. डीएम और जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर कोचिंग संस्थान खोलने की अनुमति मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के सारे गाइडलाइंस का पालन करते हुऐ बच्चों को शिक्षा देने का काम शुरू करेंगे. साथ ही लॉकडाउन के दौरान मकान का किराया और बिजली बील भी माफ किया जाऐ.
पैसे की कमी
सचिव धनराज ठाकुर ने कहा कि हमलोगों ने बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई कराने की भी कोशिश की. लेकिन अधिकतर बच्चों को इसका फायदा नहीं मिल पाया. ग्रामीण इलाके में सभी के पास मल्टी मीडिया मोबाइल नहीं है.
रिचार्ज कराने के लिए भी पैसे की कमी है. बच्चों की तरफ से भी शिक्षकों पर दबाव बनाया जा रहा है. परीक्षा की तैयारी करनी है. इसलिए जल्द से जल्द कोचिंग क्लास शुरू किया जाये.