ETV Bharat / state

लोगों ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप, 103 संक्रमित लोगों के घर नहीं लगा अब तक नोटिस

जमुई में लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. लोगों का आरोप है कि 103 लोगों को होम क्वारंटीन करने के बावजूद किसी के घर में नोटिस नहीं लगाया गया है. जिससे लोगों को संक्रमण का डर सता रहा है.

jamui
jamui
author img

By

Published : Jul 19, 2020, 9:43 PM IST

जमुई: जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. जमुई स्वास्थ्य विभाग की आंकड़ो की मानें तो जिले में लगातार कई दिनों से हर रोज दो दर्जन से अधिक मामले आ रहे हैं. अभी 103 लोगों को होम क्वारंटीन में रखा गया है. लेकिन किसी के घर बैनर या नोटिस नहीं लगाया गया है. जिससे आम लोगों को संक्रमण का डर सता रहा है.

हालांकि सिविल सर्जन और डीपीएम ने दो दिन पहले ही नोटिस या बैनर लगाने की बात कही थी. लेकिन 48 घंटे बीतने के बाद भी बैनर या नोटिस कुछ न लग सका है. जिससे भ्रम की स्थिति बनी हुई है. किस घर में कौन सा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव रह रहा है. इस बात से लोगों को बेहद डर सता रहा है.

सुरक्षा के उपाय करने जरूरी है
ऑफ द रिकॉर्ड लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि जब अमिताभ बच्चन और रेखा जैसे नामचीन हस्तियों के बंगले पर सतर्कता और सुरक्षा के मद्देनजर बैनर लगा दिए गए हैं. तो जमुई में क्यों नहीं लग रहा है. वहीं, कोरोना मरीजों के घरों को सैनिटराइज कराने की जिम्मेदारी निभाने वाले नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार कहते हैं कि अब तक उन्हें होम क्वारंटीइन लोगों की लिस्ट ही प्राप्त नहीं हुई है. बता दें कि जमुई में कुल पॉजिटिव केस-364, होम क्वारंटीन मरीजों की संख्या -103 और एक्टिव कंटेनमेंट जोन की संख्या 29 है.

jamui
घरों पर नहीं चिपकाया गया नोटिस.
ऐसे तय होता है कंटेनमेंट जोन कंटेनमेंट जोन को लेकर भी अलग - अलग नियम है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन को तय करने का अलग फार्मूला अपनाया जाता है. अगर किसी इलाके में कोरोना का एक पॉजिटिव केस आता है, तो शहरी क्षेत्र के उस कॉलनी या मुहल्ले या वार्ड की सीमा के अंदर कम से कम 400 मीटर के दायरे को कंटेनमेंट जोन धोषित किया जा सकता है. प्रशासन चाहे तो 400 मीटर से ज्यादा दायरे को भी इसके अंतर्गत ले सकता है. वहीं, यदि किसी ग्रामीण इलाके में कोरोना का एक केस आऐ तो पूरा गांव ही कंटेनमेंट जोन धोषित कर दिया जाता है.

जमुई: जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. जमुई स्वास्थ्य विभाग की आंकड़ो की मानें तो जिले में लगातार कई दिनों से हर रोज दो दर्जन से अधिक मामले आ रहे हैं. अभी 103 लोगों को होम क्वारंटीन में रखा गया है. लेकिन किसी के घर बैनर या नोटिस नहीं लगाया गया है. जिससे आम लोगों को संक्रमण का डर सता रहा है.

हालांकि सिविल सर्जन और डीपीएम ने दो दिन पहले ही नोटिस या बैनर लगाने की बात कही थी. लेकिन 48 घंटे बीतने के बाद भी बैनर या नोटिस कुछ न लग सका है. जिससे भ्रम की स्थिति बनी हुई है. किस घर में कौन सा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव रह रहा है. इस बात से लोगों को बेहद डर सता रहा है.

सुरक्षा के उपाय करने जरूरी है
ऑफ द रिकॉर्ड लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि जब अमिताभ बच्चन और रेखा जैसे नामचीन हस्तियों के बंगले पर सतर्कता और सुरक्षा के मद्देनजर बैनर लगा दिए गए हैं. तो जमुई में क्यों नहीं लग रहा है. वहीं, कोरोना मरीजों के घरों को सैनिटराइज कराने की जिम्मेदारी निभाने वाले नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार कहते हैं कि अब तक उन्हें होम क्वारंटीइन लोगों की लिस्ट ही प्राप्त नहीं हुई है. बता दें कि जमुई में कुल पॉजिटिव केस-364, होम क्वारंटीन मरीजों की संख्या -103 और एक्टिव कंटेनमेंट जोन की संख्या 29 है.

jamui
घरों पर नहीं चिपकाया गया नोटिस.
ऐसे तय होता है कंटेनमेंट जोन कंटेनमेंट जोन को लेकर भी अलग - अलग नियम है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन को तय करने का अलग फार्मूला अपनाया जाता है. अगर किसी इलाके में कोरोना का एक पॉजिटिव केस आता है, तो शहरी क्षेत्र के उस कॉलनी या मुहल्ले या वार्ड की सीमा के अंदर कम से कम 400 मीटर के दायरे को कंटेनमेंट जोन धोषित किया जा सकता है. प्रशासन चाहे तो 400 मीटर से ज्यादा दायरे को भी इसके अंतर्गत ले सकता है. वहीं, यदि किसी ग्रामीण इलाके में कोरोना का एक केस आऐ तो पूरा गांव ही कंटेनमेंट जोन धोषित कर दिया जाता है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.