जमुई: पुलिस मुठभेड़ में अपने साथियों की फर्जी मुठभेड़ मैं मौत के खिलाफ भाकपा माओवादियों की ओर से बिहार और झारखंड बंद का ऐलान किया गया था. लेकिन जिले में बंद का कोई खास असर नहीं देखा गया. आम दिनों की तरह सभी सरकारी कार्यालय और दुकानें खुली रही. बाजार में लोगों की भीड़ जमी रही. अधिकांश विद्यालय भी खुले रहे.
वहीं, नक्सली बंद के मद्देनजर चकाई पुलिस और सीआरपीएफ ने बुधवार को नक्सल प्रभावित क्षेत्र के विभिन्न गावों, और जंगल में एरिया डोमिनेशन और सर्च अभियान चलाया. नक्सलियों और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सीआरपीएफ इंस्पेक्टर फ्रांसिस और सहायक अवर निरीक्षक एन रामाराव के नेतृत्व में पुलिस और सीआरपीएफ ने सरौन, बटपार, गोविन्दोडीह, सिमरिया, दुम्मा, पोझा, बिचकोडवा, दुलमपुर, पातुआ, कियाजोरी, चकाई, बाजार, माधोपुर, आदि गावों और जंगलो में एरिया डोमिनेशन और सर्च अभियान चलाया.
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बता दें कि 16 मार्च को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में चार नक्सली ढेर हो गए थे. नक्सलियों ने इस मुठभेड़ को फर्जी करार दिया था. इस मुठभेड़ के विरोध में 24 मार्च और 25 मार्च को बिहार बन्द का आह्वान किया था.