जमुई(झाझा): मुंगेर प्रक्षेत्र डीआईजी मो. शफीउल हक ने बुधवार को झाझा एसडीपीओ कार्यालय पहुंचकर निरीक्षण करते हुये पंजियों की जांच की. इस दौरान डीआईजी ने झाझा पुलिस अनुमंडल के अंतगर्त आने वाले झाझा, सिमुलतला, सोनो, चरकापत्थर, चकाई और चंद्रमंडी थानों में लंबित पड़े मामलों की जानकारी ली. मौके पर जमुई एसपी प्रमोद कुमार मंडल, झाझा एसडीपीओ सतीश चंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे.
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एसडीपीओ कार्यालय का निरीक्षण
डीआईजी ने विभिन्न थानों में लंबित मामलों में अब तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं किये जाने से संबंधित मामलों की जानकारी ली. जांच के दौरान कई मामलों में अनियमितता से लेकर लापरवाही जैसे मामले डीआईजी के सामने आए.
इस दौरान कई ऐसे मामले भी डीआईजी के सामने आये जो लगभग 20 साल से लंबित पड़े हुये थे. जिस पर संज्ञान लिया ही नहीं गया. वहीं, कई ऐसे मामले भी पाए गए, जिस पर केस के आईओ की ओर से मामले के निष्पादन में लापरवाही बरती गई है.
'लंबित केस के जांच के दौरान यह पाया गया कि कई थानों में 20 साल से मामले लंबित हैं, लेकिन केस का निष्पादन नहीं किया गया. जांच के दौरान जिनते भी लंबित मामले सामने आ रहे हैं. उन सभी केसों के निष्पादन के लिये झाझा एसडीपीओ को 15 दिन का समय दिया गया है. अगर ऐसे मे फिर भी अधिकारी लापरवाही बरतता है तो वैसे पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी.'- मो. शफीउल हक, डीआईजी
लंबित मामलों की जांच
डीआईजी ने बताया कि आज अधिकांश केसों में 307 लगाने का मामला सामने आया है. उसकी भी जांच की जा रही है. वहीं, सोनो थाने के पूर्व थानाध्यक्ष राजेश कुमार पर कार्य में लापरवाही बरतने पर गाज गिरा.
डीआईजी ने बताया कि जमुई एसपी भी लगातार हर थाने में लंबित केसों का निष्पादन कराने का दायित्व संभाले हुये हैं. डीआईजी ने बताया कि अगर केस को लंबित कर दिया जाता है लोगों को न्याय कैसे मिल पायेगा.
उन्होंने कहा कि केस को लंबित करने के मामले में जो भी लोग शामिल होगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.