जमुई: आर्थिक तंगी का दंश झेल रहे एक प्रवासी मजदूर ने देर रात अपने घर के पंखे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जाता है कि सदर थाना क्षेत्र के नवीनगर गांव निवासी कृष्णा चौधरी का 35 वर्षीय पुत्र उमेश चौधरी बेंगलुरु में मजदूरी करता था. जो लॉकडाउन के कारण बेंगलुरु में फंसा हुआ था. वह चार दिन पहले अपने घर नवीनगर पहुंचा था. रविवार की देर रात उसकी पत्नी गीता देवी के साथ पैसे को लेकर विवाद हो गया. जिसके बाद उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
प्रवासी मजदूर ने की आत्महत्या
घटना की जानकारी के बाद सदर थाने के अवर निरीक्षक अजय कुमार आजाद अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर शव को पंखे उतारा. इसके बाद उसे अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया और पूरे मामले की छानबीन में जुट गए है. परिजनों ने बताया कि 7 महीने लंबे लॉकडाउन लगाए जाने के कारण युवक के पास जितने रुपये बेंगलुरु में कमाए थे. वह सभी खर्च हो गए और जब युवक 1 अक्टूबर को अपने घर पहुंचा. तो वह काफी तनाव में था घर में उनके खाने-पीने का कोई समान नहीं था. परिजनों को उम्मीद थी कि उसके घर पहुंचते ही खाने पीने में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. लेकिन रुपये नहीं रहने के कारण युवक काफी मानसिक दबाव में था. उसी बात को लेकर रविवार की देर रात उसकी पत्नी गीता देवी के साथ झड़प हो गया. जिससे नाराज युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया.
जांच में जुटी पुलिस
वहीं, इस बात की जानकारी देते हुए सदर थाने के अवर निरीक्षक अजय कुमार आजाद ने बताया कि मृतक बाहर में मजदूरी करता था जो 4 दिन पहले लौटा था. आर्थिक स्थिति काफी दयनीय होने कारण युवक की ओर से आत्महत्या कर लिया गया. हालांकि, पूरे घटना की जांच की जा रही है.