जमुई: जिले के एक छोटे से गांव के रहनेवाले रोशन उर्फ रवि रंजन कुमार काे लंदन की संसद में सम्मानित किया गया है (Ravi was honored in Parliament of London). उनकी उपलब्धि को सराहा जा रहा है. उनकी इस उपलब्धि पर परिवार, गांव और जिलेवासी गर्व महसूस कर रहे हैं. यूएसए के कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वाले रोशन उर्फ रवि रंजन कुमार की शेयर मार्केट में दाे ट्रेडिंग कंपनी है.'नाउ द पल्स' और 'कुबेरा' कंपनी के माध्यम से आज छह सौ लाेगाें काे राेजगार दे रहा है.
होनहार बिरवान के होत चिकने पातः रोशन की मां आगनबाड़ी सेविका, पिता किसान और दादा मुखिया रह चुके हैं. जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर अलीगंज इस्लामनगर प्रखंड के नौनी गांव का रोशन 10वीं तक की पढ़ाई अपने गांव में ही रहकर पूरी की. शुरू से इसकी प्रतिभा का लाेहा गांववाले मान रहे थे. परिवार-नातेदार का मानना था कि एक दिन राेशन गांव का नाम रोशन करेगा. इसके लिए वे लाेग उसके मां-पिताजी से बाेलते थे कि इसे बाहर भेजो.
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आज यह लड़का अपने नाम के अनुरूप अपने गांव जिले राज्य और देश का नाम रोशन कर रहा है. विदेश में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहा है. रोशन उर्फ रवि रंजन कुमार के पिता श्रवण कुमार ने बताया 10वीं तक की पढ़ाई गांव देहात में रहकर ही पूरी की. फिर स्कॉलरशिप लेकर यूएसए चला गया. वहां कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से पीएचडी की (Ravi did his PhD from University of California). रोशन के माता पिता फूले नहीं समा रहे हैं. मां आंगनबाड़ी सेविका तो किसान पिता ने कहा कि मेहनत रंग लाई.
रोशन की मां विद्या कुमारी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया
"अपने देश में भी ऐसे युवाओं को सम्मानित किया जाना चाहिए. अन्य युवाओं को भी इससे सीख मिलेगी. यहां के युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं बस उनहें प्रोत्साहन मिलता रहे वे अपनी प्रतिभा को निखारेंगे आगे बढ़ेंगे. विषम परिस्थितियों को भी हमने झेला लेकिन बाधा नहीं बनने दिया अपने दर्द, कमी को सामने नहीं आने दिया. छुपाकर रखा केवल सपना यही था की बच्चा शिक्षित हो खूब पढे आगे बढ़े नाम रोशन करे"
रोशन उर्फ रवि रंजन कुमार के पिता श्रवण कुमार किसान हैं. उन्हाेंने ईटीवी भारत से कहा
पुत्र रोशन उर्फ रवि रंजन की उपलब्धि पर आज अपने आप को गौरन्वावित महसूस कर रहे हैं. परिवार नाते रिश्तेदार गांव घर सभी का सहयोग रहा है. आज उसकी उपलब्धि से सभी खुश हैं. यहां से बड़े बुजुर्ग सभी आशीर्वाद दे रहे हैं. लड़के द्वारा मोबाइल पर भेजे गए तस्वीर को देखकर खुश हो रहे हैं. कइयों ने तो वीडियो कॉलिंग के माध्यम से बात भी की है.