ETV Bharat / state

लॉक डाउन का जमुई में मिलाजुला असर, DM और SP ने की लोगों से घरों में रहने की अपील - लॉक डाउन की घोषणा

डीएम ने कहा कि जिले में अभी तक 138 लोगों का डाटा तैयार किया गया है. जो विदेशी दौरे से वापस आए हैं. हर व्यक्ति से संपर्क कर मेडिकल टीम ऐसे लोगों की जांच कर रही है. जमुई जिले के लोगों का एक बहुत बड़ा तबका महाराष्ट्र, दिल्ली और देश के विभिन्न प्रदेशों में रहता है.

जमुई में लॉक डाउन
जमुई में लॉक डाउन
author img

By

Published : Mar 23, 2020, 10:18 PM IST

जमुई: करोना पर नियंत्रण के लिए रविवार को सीएम नीतीश कुमार ने पूरे बिहार में एहतियात के तौर पर लॉक डाउन की घोषणा की. लॉक डाउन का बिहार में मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. जमुई में लॉक डाउन का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा. बाजार सामान्य दिन की तरह खुले नजर आए. बाजारों में खरीदारी करने लोगों की भीड़ उमड़ गई. हालांकि, जिला प्रशासन ने माइकिंग कर लोगों से घरों में रहने की अपील की. जरूरी कार्य से ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है. लेकिन इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ रहा है. निजी वाहन के अलावा ऑटो और रिक्शा आदी वाहन सड़कों पर सामान्य दिन के तरह चलती हुई नजर आई.

'शहर में कई जगह बनाए गए हैं चेकपोस्ट'
लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए जिले के डीएम धर्मेंद्र कुमार और जिला पुलिस कप्तान इनामूल हक खुद से सड़कों पर उतरे और लोगों को माइकिंग के सहारे घरों मेंं रहने की अपील की. डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि सोमवार को लॉक डाउन का पहला दिन था. इस वजह से सुबह में लोगों को थोड़ी सी ढ़ील दी गई थी. लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए शहर में कई जगह चेकपोस्ट बनाए गए हैं. एहतियातन सभी कदम उठाए जा रहे हैं. जिन लोगों ने अपनी दुकानें खोली है उनसे अनुरोध कर सहयोग की अपील की जा रही है. केवल जरूरत की दुकानों को खुला रखने का निर्देश दिया जा रहा है. उन्होंने जिला वासियों से अपील की वे अपने घरों में रहे खुद को सुरक्षित रखें. सरकार ने लॉक डाउन अपकी सेहत के मद्देनजर ध्यान में रख कर लागू किया है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को घर से बाहर में निकलने मे परेशानी हो रही हो वे लोग जरूरत के सामान के लिए जिला प्रशासन को सूचना दें. पुलिस उनके घरों तक जरूरत का सामान पहुंचाएगी.

पेश है एक रिपोर्ट

'बाहर से आने वाले व्यक्तियों पर रखी जा रही नजर'
डीएम ने कहा कि जिले में अभी तक 138 लोगों का डाटा तैयार किया गया है. जो विदेशी दौरे से वापस आए हैं. हर व्यक्ति से संपर्क कर मेडिकल टीम ऐसे लोगों की जांच कर रही है. जमुई जिले के लोगों का एक बहुत बड़ा तबका महाराष्ट्र, दिल्ली और देश के विभिन्न प्रदेशों में रहता है. संभावित आंकड़े के अनुसार लगभग 2 हजार लोग बाहर के प्रदेशों से वापस अपने घर आए हैं. विकास मित्र और वार्ड सदस्य के सहारे ऐसे लोगों को 48 घंटे के अंदर सूची तैयार करने को कहा गया है. सूची बनने के बाद मेडिकल टीम ऐसे लोगों की पहचान कर जांच करेगी. वहीं, कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उसे डिटेंशन के लिए रखा जाएगा.

जमुई: करोना पर नियंत्रण के लिए रविवार को सीएम नीतीश कुमार ने पूरे बिहार में एहतियात के तौर पर लॉक डाउन की घोषणा की. लॉक डाउन का बिहार में मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. जमुई में लॉक डाउन का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा. बाजार सामान्य दिन की तरह खुले नजर आए. बाजारों में खरीदारी करने लोगों की भीड़ उमड़ गई. हालांकि, जिला प्रशासन ने माइकिंग कर लोगों से घरों में रहने की अपील की. जरूरी कार्य से ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है. लेकिन इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ रहा है. निजी वाहन के अलावा ऑटो और रिक्शा आदी वाहन सड़कों पर सामान्य दिन के तरह चलती हुई नजर आई.

'शहर में कई जगह बनाए गए हैं चेकपोस्ट'
लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए जिले के डीएम धर्मेंद्र कुमार और जिला पुलिस कप्तान इनामूल हक खुद से सड़कों पर उतरे और लोगों को माइकिंग के सहारे घरों मेंं रहने की अपील की. डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि सोमवार को लॉक डाउन का पहला दिन था. इस वजह से सुबह में लोगों को थोड़ी सी ढ़ील दी गई थी. लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए शहर में कई जगह चेकपोस्ट बनाए गए हैं. एहतियातन सभी कदम उठाए जा रहे हैं. जिन लोगों ने अपनी दुकानें खोली है उनसे अनुरोध कर सहयोग की अपील की जा रही है. केवल जरूरत की दुकानों को खुला रखने का निर्देश दिया जा रहा है. उन्होंने जिला वासियों से अपील की वे अपने घरों में रहे खुद को सुरक्षित रखें. सरकार ने लॉक डाउन अपकी सेहत के मद्देनजर ध्यान में रख कर लागू किया है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को घर से बाहर में निकलने मे परेशानी हो रही हो वे लोग जरूरत के सामान के लिए जिला प्रशासन को सूचना दें. पुलिस उनके घरों तक जरूरत का सामान पहुंचाएगी.

पेश है एक रिपोर्ट

'बाहर से आने वाले व्यक्तियों पर रखी जा रही नजर'
डीएम ने कहा कि जिले में अभी तक 138 लोगों का डाटा तैयार किया गया है. जो विदेशी दौरे से वापस आए हैं. हर व्यक्ति से संपर्क कर मेडिकल टीम ऐसे लोगों की जांच कर रही है. जमुई जिले के लोगों का एक बहुत बड़ा तबका महाराष्ट्र, दिल्ली और देश के विभिन्न प्रदेशों में रहता है. संभावित आंकड़े के अनुसार लगभग 2 हजार लोग बाहर के प्रदेशों से वापस अपने घर आए हैं. विकास मित्र और वार्ड सदस्य के सहारे ऐसे लोगों को 48 घंटे के अंदर सूची तैयार करने को कहा गया है. सूची बनने के बाद मेडिकल टीम ऐसे लोगों की पहचान कर जांच करेगी. वहीं, कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उसे डिटेंशन के लिए रखा जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.