जमुई: नालंदा में चिकित्सक की हत्या के विरोध में शनिवार को जिले के सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. हालांकि सुबह में 1 घंटे के लिए सदर अस्पताल का ओपीडी खोला गया था. ओपीडी में डॉक्टर देवेंद्र कुमार मरीजों की जांच भी की. इसके बाद अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सैयद नोशाद पहुंचे और आइएमए के निर्णय के आलोक में ओपीडी बंद करा दिया. इसके बाद गंभीर मरीजों का इलाज इमरजेंसी में किया गया.
बिना इलाज करवाए ही वापस लौट रहे मरीज
डॉ. नौशाद ने बताया कि चिकित्सकों की सुरक्षा और मृतक को न्याय दिलाने सहित अन्य मांगों को लेकर डॉक्टरों ने हड़ताल का निर्णय लिया है. इसमें निजी क्लिनिक के भी डाक्टर शामिल हैं. इस हड़ताल में ओपीडी की सारी सेवाएं ठप रही. ओपीडी में डॉक्टर काम नहीं करेंगे. हालांकि इस बीच में डाक्टरों ने साफ किया है कि इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेगी. वही, शनिवार को चिकित्सकों की हड़ताल से दूरदराज से इलाज कराने पहुंचे 300 से अधिक मरीजों को बिना इलाज करवाए वापस लौटना पड़ा.
हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा पर पड़ रहा बुरा असर
आईएमए में एक दिवसीय हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा पर बुरा असर पड़ा है. इसकी वजह से मरीजों को बिना इलाज कराए वापस लौटना पड़ रहा है. आईएमए के जिला अध्यक्ष डॉ अमित आनंद ने ऐलान करते हुए कहा कि शनिवार को डॉक्टर 12 घंटे तक हड़ताल पर रहेंगे. बता दें कि 2 दिन पहले नालंदा में डॉक्टर प्रिय रंजन की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. जिसके विरोध में यह हड़ताल की जा रही है.