जमुई: लाख सरकारी कोशिशों और प्रशासनिक सख्ती के बावजूद कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन की चिंता काफी बढ़ी हुई है. इस क्रम में जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने समाहरणालय स्थित संवाद कक्ष में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रखंड के मेंटर और जिला स्तरीय पदाधिकारी के साथ बैठक की. इसमें कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर विचार-विमर्श किया गया.
मौके पर जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेश दिया कि पंचायत और ग्राम स्तर के सभी विद्यालयों को क्वारंटीन सेंटर बनाया जाए. पंचायत स्तरीय और ग्राम स्तरीय क्वारंटीन सेंटरों का प्रभार संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य को दिया जाए. इसके अलावा संबंधित विद्यालय के एमडीएम के रसोईया को ही आवासीय लोगों का खाना बनाने के लिए नियुक्त किया जाए. इस दौरान आवश्यक सामग्री संबंधित अंचल अधिकारी आपूर्ति करेंगे. उस सेंटर पर रहने वाले सभी लोगों का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन आपदा प्रबंधन के पोर्टल पर इंट्री किया जाएगा. सभी को डिग्निटी किट और अन्य सुविधा मुहैया कराई जाएंगी.
स्कूलों में क्वारंटीन करने का दिया निर्देश
डीएम ने निर्देश दिया कि पंचायत के मुखिया, सरपंच और वार्ड सदस्यों की एक बैठक बुलाई जाए. बैठक में उन्हें यह निर्देश दिया जाए कि जो भी व्यक्ति वाहन या अन्य साधन से गांव में आते हैं उन्हें आसपास के विद्यालयों में क्वारंटीन पर रखा जाए. जब 14 दिनों की अवधि पूरी हो जाए तो उन्हें सरकार की ओर से 1000 रुपये की मदद की जाएगी इसके लिए उनका अकाउंट नंबर,आईएफएससी कोड पोर्टल पर अपलोड किया जाए. उस सेंटर पर खाना बनाने वाले रसोईया का मानदेय श्रम संसाधन विभाग की ओर से निर्धारित मानदेय के अनुरूप दिया जाएगा.
खाने की गुणवत्ता पर दिया जाए विशेष ध्यान- डीएम
बैठक के दौरान डीएम धर्मेंद्र कुमार ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि खाने की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए. किसी भी स्थिति में शिकायत बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने आपदा प्रबंधन के प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि एक जांच दल गठन किया जाए ताकि क्वारंटीन सेंटरों की लगातार जांच किया जा सके.