जमुई: जिले के सबसे बड़े अस्पताल कहे जाने वाले सदर अस्पताल में पिछले दो दिनों से महिला चिकित्सक नहीं है, जिस कारण अस्पताल में प्रसव कराने पहुंच रही प्रसूता महिलाओं का इलाज नर्स और एएनएम के द्वारा किया जा रहा है, जिसके चलते दूरदराज से इलाज कराने पहुंच रही महिला मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अस्पताल में डॉक्टर से हुई झड़प
बता दें कि बीते 3 दिन पहले सदर अस्पताल में ऑपरेशन नहीं होने पर एक प्रसूता के परिजनों ने जमकर हंगामा किया था. इस दौरान महिला चिकित्सक श्वेता सिंह के साथ झड़प भी हो गई थी और उसी से नाराज होकर डॉ श्वेता सिंह 5 दिन की छुट्टी पर चली गई थी. जबकि, एक अन्य डॉ कविता सिंह भी 3 दिनों की छुट्टी पर है.
नर्स और एएनएम कर रही इलाज
वही एक महिला चिकित्सक शलिनी कुमारी कोरोना पॉजिटिव होने के कारण होम क्वारंटाइन में है, यही कारण है कि सदर अस्पताल में दो दिनों से प्रसव कराने पहुंच रही प्रसूता का प्रसव नर्स के द्वारा कराया जा रहा है. जबकि, ओपीडी पहुंचने वाली महिला मरीजों का इलाज एएनएम के द्वारा किया जा रहा है.
अस्पताल में हैं 3 महिला डॉक्टर
इस मामले को लेकर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि सदर अस्पताल में तीन महिला चिकित्सक है, जिसमें डॉ शलिनी को कोरोन हो गया है. जबकि, श्वेता सिंह पांच दिनों की छुट्टी पर है. वहीं, कविता सिंह ने भी 3 दिनों की छुट्टी जिलाधिकारी को आवेदन देकर ले रखी है. इसी को लेकर सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंच रही महिला मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.