जमुईः बिहार के जमुई में रंगदारी नहीं देने पर फायरिंग (Firing In jamui) की घटना को अंजाम दिया गया. जानकारी मिलने के बाद पुलिस छानबीन में जुट गई है. पीड़ित की पहचान सिमुलतला थाना क्षेत्र के घोटारी गांव नेनुआ सार टोला निवासी सुल्तान अंसारी के रूप में हुई है. सुल्तान में बताया कि वह रिक्शा चालक है. अपराधियों ने 20 लाख रुपए रंगदारी की मांग की थी. नहीं देने पर शनिवार की रात इस घटना को अंजाम दिया है.
भूमि अधिग्रहण में मिला था रुपएः बताया जा रहा है कि सिमुलतला में बीएमपी प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है. राज्य सरकार की ओर से भूमि अधिग्रहण में सुल्तान अंसारी को कुछ महीने पहले 63 लाख रुपए दी गई थी. हालांकि पीड़ित ने इसके बारे में नहीं बताया. 27 अक्टूबर को अपराधियों ने टैटू हेंब्रम गिरोह का सदस्य बताते हुए ई-रिक्शा चालक से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी. नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी. इसको लेकर सिमुलतला थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी. लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया.
रंगदारी नहीं देने पर फायरिंगः सुल्तान नें बताया कि अपराधी रंगदारी मांगने के लिए लगातार फोन करते थे. जब पीड़ित ने अपराधियों से कहा कि वह रिक्शा चालक है, 20 लाख रुपए कहां से देगा तो रंगदारी मांगने वाला 1 लाख रुपए पर आ गए, लेकिन पीड़ित इसके लिए भी तैयार नहीं हुआ. उसने 5-10 हजार रुपए देने की बात कही. इसके बाद शनिवार को अपराधियों ने पीड़ित के घर पर पहुंचकर दो राउंड फायरिंग की.
"20 लाख रुपए की मांग की जा रही थी. इसके बाद अपराधी एक लाख पर आए. मैने 5 से 10 हजार रुपए देने की बात कही तो शनिवार की देर रात फायरिंग की गई. फायरिंग करने के बाद भी अपराधी फोन कर धमकी दी. पुलिस में शिकायत दर्ज कराए थे, लेकिन गंभीरता से नहीं लिया गया." -सुल्तान अंसारी पीड़ित
छानबीन में जुटी पुलिसः घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. बताया जा रहा है कि अपराधियों ने एक गोली घर के गेट पर और दूसरी हवा में फायर की. सूचना पर पहुंची पुलिस घटना की छानबीन में जुट गई है. घटना की पुष्टि करते हुए थानाध्यक्ष ने आरोपी को गिरफ्तार करने की बात कही है.
"असामाजिक तत्वों का के द्वारा ऐसा किया गया है. पूरे मामले की जांच की जा रही है. जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा." -विद्यानंद कुमार, सिमुलतला थानाध्यक्ष