जमुई: बिहार के जमुई में बालू के अवैध खनन (Illegal sand mining in Jamui) को लेकर भाकपा माले ने सरकार को उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है. भाकपा माले जिला सचिव शम्भू शरण सिंह ने कहा कि मानक के विपरीत बालू का खनन किया जा रहा है. जिस कारण पर्यावरण और किसानों को भारी नुकसान हो रहा. यदि इस पर रोक नहीं लगाया गया तो पार्टी के कार्यकर्ता उग्र प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने यह बात पार्टी के जिला कमिटी बैठक में कही. बैठक शनिवार को जिला कार्यालय में आयोजित किया गया था.
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किसानों और पर्यावरण संकट पर चर्चा: बैठक की अध्यक्षता भाकपा माले जिला सचिव शम्भू शरण सिंह ने किया था. बैठक में मानक के विपरीत हो रहे बालू उत्खनन, किसानों और पर्यावरण संकट पर विस्तार से चर्चा किया गया. बैठक में शामिल भाकपा माले के स्थायी कमिटी के सदस्य बाबू साहब सिंह ने कहा कि बिहार सरकार ने बालू घाटों की बन्दोबस्ती नियमावली में जिन मानकों का आधार बनाया है, उसी आधार पर बालू का खनन होना चाहिए. यदि ऐसा नहीं होता है तो इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे.
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बालू खनन को लेकर पार्टी की ये प्रमुख मांगें: पार्टी के नेताओं ने मांग की है कि किसानों के सिंचाई और पर्यावरण संरक्षण के लिए सिंचाई विभाग से एनओसी, घाट के पानी लेयर से 3 मीटर अधिकतम खुदाई, घाट के पास धर्मकांटा लगाने और रियल टाइम डाटा विभाग के पोर्टल पर डालना, जीपीएस युक्त वाहन के साथ वाहन में लोड शेल उपकरण की गारंटी होने के बाद ही बालू का उठाव होना चाहिए. भाकपा माले के खेत मजदूर नेता बासुदेव रॉय ने कहा कि आज जमुई जिला में 15 घाटो का बन्दोबस्ती होने के बाद बालू उत्खनन कार्य जारी है. उन्होंने कहा कि अगर 7 दिनों के अंदर सभी मांगों को नहीं माना गया तो 3 नवंबर को जिला मुख्यालय में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा. बैठक में पार्टी के जिला कमेटी के कई सदस्य और नेतागण शामिल हुए थे.