जमुई(झाझा): कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार कोरोना वैक्सीन आ गया है. जिले के झाझा रेफरल अस्पताल में सोमवार से कोरोना वैक्सीनेशन शुरू किया गया. कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सा प्रभारी ने अस्पताल का निरीक्षण किया. साथ ही सभी तैयारियों और व्यवस्था का जायजा लिया.
कोरोना वैक्सीनेशन का विधिवत उद्घाटन अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डाॅ. बीके राय, अस्पताल प्रबंध गजेंद्र कुमार, डाॅ. सदाब अहमद और डाॅ. नबाब ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया. वैक्सीनेशन दोपहर 12 से शुरू किया गया. कोरोना का पहला टीका अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी ने लिया. वहीं, दूसरा टीका एंबुलेंस चालक राजकुमार तांती और उसके बाद अस्पताल प्रबंधक ने भी टीका लिया.
'टीकाकरण से देशवासियों को डरने की जरूरत नहीं'
पहला टीका लेने के बाद अस्पताल प्रभारी ने लोगों को संदेश दिया कि अब तक हम जिस कोरोना वायरस की लड़ाई से लड़ रहे थे, उससे अब देशवासियों को डरने की जरूरत नहीं है. ये कोरोना वैक्सीन भारत में ही निर्मित है, जो कोरोना के खिलाफ देश का सबसे बड़ा हथियार है.
सोमवार और गुरुवार को टीकाकरण
इसके अलावा चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि पहले दिन 100 लोगों का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. महीने के प्रत्येक सप्ताह के सोमवार और गुरुवार को लोगों को कोरोना का वैक्सीन दिया जाएगा. इसके लिए एक हजार पर लोगों पर 1 आशा को नियुक्त किया गया है जो सूची तैयार कर रही है. साथ ही चिकित्सा प्रभारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि डरे नहीं बल्कि टीका लगवाएं, क्योंकि यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है.
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वैक्सीनेशन को लेकर बनया गया 4 काउंटर
बता दें कि कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर अस्पताल में 4 कांउटर बनाया गया है. जहां पहले काउंटर पर प्रतीक्षा कक्ष, दूसरे काउंटर पर हेल्प डेस्क, तीसरे काउंटर पर टीकाकरण कक्ष और चैथे काउंटर पर विश्राम कक्ष बनाया गया है. वहीं, टीका लेने वाले लोगों को विश्राम कक्ष मे 1 घंटे तक रखा जाएगा.