जमुईः बिहार के बेगूसराय में एनएच पर खुलेआम 30 किलोमीटर तक बाइक से घूम-घूम कर लोगों को गोलियों का शिकार बनाने वाला दहशतगर्दी का मास्टरमाइंड गिरफ्तार हो (Begusarai case accused arrested from Jamui ) चुका है. बिहार की पुलिस और प्रशासन को खुलेआम चुनौती देने वाले बेखौफ और दुस्साहसी शातिर को जमुई से गिरफ्तार किया गया. बेगूसराय में गोलीबारी के बाद से ही पुलिस महकमा सहित पूरे सरकार की बेचैनी बढ़ी हुई थी. बेगूसराय की यह घटना अपनी तरह की पहली घटना थी, जिसमें न तो बदमाशों में पुलिस का खौफ दिखा और न ही एक घंटे तक घूम-घूमकर खुलेआम एनएच पर वारदात को अंजाम देते हुए अपराधियों की भनक पुलिस को लगी. इस घटना ने बिहार की विधि व्यवस्था पर कई सारे सवाल खड़े किये. यही कारण है कि इस घटना से एक सियासी घमासान मचा. विपक्ष ने सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया और काफी विवादों के बीच अब जाकर इसका पटाक्षेप हुआ है.
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दिलचस्प है मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी की कहानी: बेगूसराय गोलीकांड मामले के आरोपी मास्टरमाइंड केशव कुमार उर्फ नागा को पुलिस ने कैसे झाझा रेलवे स्टेशन से दबोचा जानते हैं जमुई के एसपी शौर्य सुमन की जुबानी. गुरुवार की रात लगभग 9 बजे एसपी बेगूसराय ने सूचना दी कि बेगूसराय गोलीकांड का एक आरोपी मौर्य एक्सप्रेस से बाहर भाग रहा है. सूचना मिलने के बाद पुलिस की बेचैनी बढ़ गई. एक ओर ट्रेन अपनी गति से आगे बढ़ रही थी, तो वहीं उसके साथ मास्टरमाइंड भी पुलिस की पहुंच से दूर होती जा रही थी. पुलिस ने जब ट्रेन के बारे पता किया तो जानकारी मिली कि गिद्धौर रेलवे स्टेशन से ट्रेन खुल चुकी है. अगला स्टेशन झाझा रेलवे स्टेशन है. बस, यही पुलिस के लिए एक बड़ा अवसर था. क्योंकि झाझा स्टेशन पर आधा घंटा से 45 मिनट मौर्य एक्सप्रेस का का ठहराव होता है. यह समय अपराधी की गिरफ्तारी के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ. इसके बाद तत्काल झाझा एसएचओ को इसकी सूचना दी गई. बेगूसराय डीआईयू की टीम ने जमुई डीआईयू से संपर्क साधा और अपराधी का मोबाइल लोकेशन और उसका फोटो भेज दिया. एसएचओ झाझा ने झाझा आरपीएफ व जीआरपी को इसका जानकारी दी. पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने ट्रेन में छापेमारी शुरू की.
प्लेटफार्म पर घूम रहा था बेगूसराय को दहलाने वालाः झाझा रेलवेस्टेशन पर ट्रेन रुकी हुई थी और नागा बाहर प्लेटफार्म पर घूम रहा था. संयुक्त टीम ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर नागा जहां घूम रहा था वहीं आसपास चार-पांच संदिग्धों को पकड़कर जांच पड़ताल कर रही थी. तभी फोटो के मिलान से पता चला यही नागा है. मोबाइल जिसका लोकेशन मिल रहा था, उसी के पास मिला. उसके मोबाइल में बेगूसराय मामले से जुड़ा कुछ डिटेल भी थे. इसके बाद टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. नागा के मोबाइल में भी कई संदिग्ध के फोटो थे. जिन संदिग्धों के फोटो उसके मोबाइल में था, उनमें से कई फोटो बेगूसराय पुलिस ने भेजा था. उन संदिग्धों को भी नागा जानता पहचानता था और उसका नाम भी ले रहा था. बेगूसराय पुलिस से ये सारी डिटेल साझा कर दी गई है.
घटना के पीछे के कारण नहीं बता पाए एसपीः जब एसपी से पूछा गया कि क्या गोलीकांड के आरोपी का कुछ राजनीतिक कनेक्शन है या फिर वर्चस्व को लेकर ये घटना अंजाम दिया गया. इस पर एसपी शौर्य सुमन ने कहा कि मैं उस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दे पाऊंगा. हां इतना बता सकता हूं कि ये कुख्यात अपराधी है. इसका आपराधिक इतिहास भी है. यह काफी हार्डेन क्रिमिनल है. अपराधियों के बीच वर्चस्व को लेकर घटना को अंजाम दिया गया है ऐसा प्रतीत हो रहा है.
''गिरफ्तार अपराधी का क्या राजनीतिक कनेक्शन है या फिर किन कारणों से उसने घटना को अंजाम दिया मैं उस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दे पाऊंगा. हां इतना बता सकता हूं कि ये कुख्यात अपराधी है. इसका आपराधिक इतिहास भी है. ऐसा लगता है कि अपराधियों के बीच वर्चस्व को लेकर ही गोलीकांड को अंजाम दिया गया है'' -शौर्य सुमन, जमुई एसपी