जमुई: जिला मुख्यालय से महज 30 किलोमीटर दूर सोनो प्रखंड क्षेत्र के झाझा-सोनो मुख्य मार्ग के किनारे स्थित पंचपहाड़ी अमरावती धाम इलाके के लोगों का आकर्षक का केंद्र है. प्राकृतिक सुंदरता की मिसाल ब्रह्म ऋषि आश्रम यह पंचपहाड़ी बिहार का एक प्रसिद्ध तपोस्थली के रूप में जाना जाता है. जहां आज भी बहुत से साधु-संत अपने गृहस्थ आश्रम से दूर भगवान की सेवा में देखे जा सकते हैं. लेकिन यह आज सरकारी उदासीनता का शिकार हो गई है.
'बिहार का वृंदावन' नाम से मशहूर
गृहस्थ आश्रम की परेशानियों से निजात पाने के लिए लोग इस स्थान की ओर आते हैं. यह अद्भुत प्रेम और शांति का अनोखा संगम है. इसलिए इसे बिहार का वृंदावन भी कहा जाता है. हिंदू धर्मावलंबियों के आस्था का केंद्र अमरावती धाम पंचपहाड़ी है. जहां कई देवी देवताओं का मंदिर है. नवरात्र, शिवरात्रि और मकर सक्रांति के अवसरों पर यह लोगों का मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है. इस दौरान यहां मेला भी लगता है. छोटी-छोटी काली पहाड़ियों का संगम जिसका मुख्य आकर्षक यहां का बेंगा पहाड़ नावा पहाड़ कुंज गली असरहुआ पहाड़ा आदि है. ऐसा कहा जाता है कि रामकृष्ण परमहंस त्यागी जो एक नागा साधु हैं, उनकी ये तपोस्थली है. वर्तमान में परमहंस त्यागी के संरक्षण में समय-समय पर यज्ञ होते रहते हैं.
सरकारी उदासीनता का शिकार पांच पहाड़ी
स्थानीय ओम प्रकाश यादव का कहना है कि यह स्थान सरकारी उदासीनता का शिकार है. इस स्थान की प्राकृतिक सुंदरता इतनी मनमोहक है कि लोग हमेशा इस ओर आते रहते हैं. उन्होंने कहा कि अगर थोड़ी सी सरकारी सहायता मिल जाए तो हम जैसे युवा लोगों के लिए रोजगार के असीम संभावनाओं के द्वार खुल जाएंगे. साथ ही बताया कि इसको लेकर पूर्व विधायक सुमित सिंह की ओर से इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया गया था कि पंचपहाड़ी को पर्यटन क्षेत्र घोषित किया जाए. जिससे कि वहां के लोग जो पलायन कर रहे हैं उन्हें रोजगार मुहैया हो सके. लेकिन सरकार और जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण आज तक पंचपहाड़ी का सौंदर्यीकरण नहीं किया गया.
क्या है भौगोलिक स्थिति
अमरावती धाम पंच पहाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग-333 पटना देवघर मुख्य मार्ग पर पटना और देवघर के बीच एक प्रमुख आकर्षक स्थल है. काली पहाड़ियों का संगम इस स्थान की सुंदरता लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए काफी है. प्रखंड मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर की दूर झाझा-सोनी मुख्य मार्ग के किनारे स्थित इस रमणीय स्थल पर अक्सर यहां यात्रियों के भी देखी जा सकती है. जो अपनी थकान मिटाने के लिए यहां आराम करते नजर आ जाते हैं.