जमुई: देश कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है. लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिसकर्मियों पर जिम्मेदारी बढ़ गई है. तमाम काम रोककर वह अपनी ड्यूटी निभाने में लगे हुए हैं. जमुई जिले में भी ऐसे कर्मवीर, जिन्होंने फर्ज की राह में अपनी व्यक्तिगत खुशियों को आड़े नहीं आने दिया.
दरअसल, देश सेवा को सर्वोपरी मानकर जमुई जिला पुलिस बल में तैनात 2 महिला पुलिसकर्मियों ने अपनी शादी को फिलहाल दरकिनार कर दिया है. इनमें से एक रोहतास जिले के विक्रमगंज निवासी राजकुमार सिंह की पुत्री प्रतिमा कुमारी भी है.
'4 मई को होने वाली थी शादी'
जमुई जिले के गिद्धौर थाने में तैनात प्रतिमा कुमारी पिछले 5 साल से अपने फर्ज को बखूबी निभा रही है. प्रतिमा की शादी 4 मई को होनी थी. लेकिन कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच प्रतिमा ने सब कुछ छोड़ कर अपनी ड्यूटी को चुना. उसने अपने घर वालों से शादी कैंसिल करने के लिए कहा, ताकि उसके फर्ज की राह में व्यक्तिगत खुशियां आड़े न आए.
'परिवार का मिल रहा सहयोग'
महिला सिपाही प्रतिमा बताती है कि उनके लिए इस संकट काल में देश सेवा सर्वोपरी है. प्रतिमा बताती है कि उनकी एक बहन आरती कुमारी जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के पद पर कार्यरत है. जबकि भाई दीपक कुमार नासिक में सेना के जवान हैं. प्रतिमा ने बताया की उनकी शादी के फैसले को टालने पर उनके होने वाले जीवनसाथी समेत उनके पूरे परिवार का भरपूर सहयोग मिल रहा है.
'इस समय ड्यूटी जरूरी है'
अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान होने की दूसरी मिसाल जिले के मलयपुर थाने में देखने को मिला. यहां नालंदा जिला रीना राज जमुई जिले एक थाने में तैनात है. रीना की शादी मई में होनी थी. लेकिन रीना ने भी देश सेवा के आगे अपनी शादी को कैंसिल कर दी. महिला सिपाही रीना बताती है कि उनकी शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थी. लेकिन उन्होंने फिलहाल शादी को कैंसिल कर ड्यूटी को चुना है.