गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में दो युवक अपने हाथों में तिरंगा लेकर सड़कों पर पैदल चलते हुए नजर आए. राष्ट्रपति से मिलने के लिए पदयात्रा पर दोनों युवक निकले (Both youths are on padyatra)हैं. आदिवासी मूल की महिला राष्ट्रपति बनी द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) से मिलकर मांग पत्र सौंपने के लिए दो युवक पद यात्रा पर निकले हैं, जो 13वें दिन गोपालगंज के अम्बेडक चौक पहुंचे. युवकों ने बताया कि उनके द्वारा रोजाना 45 से 50 किलोमीटर का सफर तय किया जाता है. दोनों ने 35 वें दिन दिल्ली के राष्ट्रपति भवन पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
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पदयात्रा 22 सितंबर को पहुंचेगी राष्ट्रपति भवन : युवकों ने बताया कि पहली बार आदिवासी मूल की महिला राष्ट्रपति बनी हैं. उन्हें विश्वास है कि मजदूरों और गरीबों के लिए जरूर कुछ करेंगी. साथ ही द्रोपदी मुर्मू को सम्मानित करने के लिए पश्चिम बंगाल से पदयात्रा की शुरुआत (Padyatra started from West Bengal side) की गई है. 28 अगस्त से शुरू हुई पदयात्रा सितंबर के 22 तारीख को राष्ट्रपति भवन पहुंचेगी. जहां राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को वेस्ट बंगाल की तरफ से सम्मानित किया जाएगा. इसके बाद कुछ मांग पत्र सौंपा जाएगा.
पेट्रोल पंप पर करते हैं रात्रि विश्राम: इस इस संदर्भ में पदयात्रा कर रहे युवकों ने बताया कि 35 दिनों में दिल्ली के राष्ट्रपति भवन पहुंचने का लक्ष्य (The target is to reach Delhi's Raj Bhavan in 35 days.) है. करीब 15 सौ किलोमीटर यात्रा पैदल ही पूरा करने के लिए रोजाना 45 से 50 किलो मीटर का सफर तय किया जाता है और रात्रि विश्राम पेट्रोल पंप पर की जाती है ताकि उन्हें सुरक्षा मिल सके.
13वें दिन पहुंचे गोपालगंज: दरअसल पद यात्रा में शामिल युवक पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के हैं. पिछले 28 अगस्त को ओडलाबाड़ी से पद यात्रा की शुरुआत की और 13वें दिन गोपालगंज पहुंचे हैं. द्रोपदी मुर्मू को सम्मानित करने के लिए वेस्ट बंगाल की तरफ से इस पदयात्रा की शुरुआत की है.
मांगों को रखेंगे राष्ट्रपति के समक्ष: उन्होंने बताया कि चाय बागान के मजदूरों के पट्टा की मांग के अलावा पश्चिम बंगाल में हिंदी स्कूल होने के बाद सिर्फ बंगाली और नेपाली का प्रमाण पत्र मांगा जाता है, इसके लिए हिंदी को भी शामिल करने की मांग की जाएगी. इसके अलावा बिरसा मुंडा की सटीक मूर्ति कहीं नहीं लगाई गई है. उनके सटीक मूर्ति लगे. उन्हें यह विश्वास है कि द्रोपति मुर्मू उनकी बातों को जरूर मानेगी और उनकी मांगों को पूरा करेंगी .
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