ETV Bharat / state

गोपालगंज: बाल्मीकि नगर बैराज से छोड़े गए पानी से उफनाई गंडक, बाढ़ का खतरा

गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से जिले में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. जिससे जिले के निचले इलाकों में रहने वाले लोग डरे सहमे हैं. वहीं जिला प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण विभाग को हर पल तैयार रहने का निर्देश दिया है. साथ ही नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जा रही है.

water level increase of gandak river due to water released from Balmiki Nagar Barrage
बाल्मीकि नगर बैराज से छोड़े गए पानी के कारण गंडक नदी का जल स्तर बढ़ रहा है
author img

By

Published : Jun 22, 2020, 10:46 PM IST

गोपलगंज: बाल्मीकि नगर बैराज से लागातार पानी छोड़े जाने की वजह से गंडक नदी उफनाई हुई है. गंडक के पानी से जिले में निचले इलाके में रहने वाले लोग डरे सहमे हुए हैं. वहीं नेपाल के तराई इलाके में हो रही भारी बारिश से जिले में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

बता दें कि नेपाल बैराज से हरेक दिन अधिक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. इससे गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं जिले में बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी तैयारी कर ली है. सदर सीओ विजय कुमार और सीनियर डिप्टी कलेक्टर पिंकी कुमारी लागातार बांधों पर नजर बनाई हुई हैं.

नियंत्रण कक्ष की स्थापना करने के निर्देश

सदर सीओ विजय कुमार ने बताया कि बाढ़ के खतरे को देखते हुए निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने के लिए कहा जा रहा है. वहीं आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश के बाद बाढ़ को लेकर पहले से निर्धारित किए गए 19 मानकों पर जिला स्तर से तैयारी पूरी कर ली गई है. इसके अलावे जिला प्रशासन ने भी बाढ़ नियंत्रण विभाग को हर पल तैयार रहने का निर्देश दिया है. साथ ही बाढ़ को लेकर नियंत्रण कक्ष की स्थापना करने के आदेश दिए गए हैं.

तटबंध निगरानी के लिए इंजीनियरों के साथ होमगार्ड की तैनाती

इसके साथ ही जल संसाधन विभाग और नियंत्रण विभाग के चीफ इंजीनियर ओमप्रकाश अंबर ने बताया कि तटबंध की मरम्मती का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है. वहीं प्रशासनिक स्तर पर नाव की भी उपलब्धता करवाई गई है. मानसून के आगमन को देखते हुए अभी से प्रशासनिक स्तर पर जिले के सभी तटबंध की लगातार निगरानी के लिए इंजीनियरों के साथ होमगार्ड की तैनाती की गई है.

गोपलगंज: बाल्मीकि नगर बैराज से लागातार पानी छोड़े जाने की वजह से गंडक नदी उफनाई हुई है. गंडक के पानी से जिले में निचले इलाके में रहने वाले लोग डरे सहमे हुए हैं. वहीं नेपाल के तराई इलाके में हो रही भारी बारिश से जिले में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

बता दें कि नेपाल बैराज से हरेक दिन अधिक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. इससे गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं जिले में बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी तैयारी कर ली है. सदर सीओ विजय कुमार और सीनियर डिप्टी कलेक्टर पिंकी कुमारी लागातार बांधों पर नजर बनाई हुई हैं.

नियंत्रण कक्ष की स्थापना करने के निर्देश

सदर सीओ विजय कुमार ने बताया कि बाढ़ के खतरे को देखते हुए निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने के लिए कहा जा रहा है. वहीं आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश के बाद बाढ़ को लेकर पहले से निर्धारित किए गए 19 मानकों पर जिला स्तर से तैयारी पूरी कर ली गई है. इसके अलावे जिला प्रशासन ने भी बाढ़ नियंत्रण विभाग को हर पल तैयार रहने का निर्देश दिया है. साथ ही बाढ़ को लेकर नियंत्रण कक्ष की स्थापना करने के आदेश दिए गए हैं.

तटबंध निगरानी के लिए इंजीनियरों के साथ होमगार्ड की तैनाती

इसके साथ ही जल संसाधन विभाग और नियंत्रण विभाग के चीफ इंजीनियर ओमप्रकाश अंबर ने बताया कि तटबंध की मरम्मती का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है. वहीं प्रशासनिक स्तर पर नाव की भी उपलब्धता करवाई गई है. मानसून के आगमन को देखते हुए अभी से प्रशासनिक स्तर पर जिले के सभी तटबंध की लगातार निगरानी के लिए इंजीनियरों के साथ होमगार्ड की तैनाती की गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.