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गोपालगंज: समय से नहीं पूरा हुआ सारण तटबन्ध की मरमती का काम, बाढ़ को लेकर लोगों में डर का माहौल - मरमती काम

जिले के सारण तटबंध और राजस्व छरकी के 72 किलोमीटर में विभाग ने 8 जगहों को अति संवेदनशील बनाया है. 15 मई तक सारण तटबंध की मरमती करने का समय निर्धारित किया गया था. लेकिन यह अभी तक नहीं हो पाया है.

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Published : Jun 10, 2020, 10:55 PM IST

Updated : Jun 11, 2020, 11:04 PM IST

गोपालगंज: जिले में मानसून आने के पहले सारण तटबंध को 15 मई तक मरमती करने का समय निर्धारित किया गया था. लेकिन समय सीमा के 1 महीने बाद भी सारण तटबन्ध की मरम्मती को लेकर पूरी व्यक़्स्था नही हो पाई है. वहीं प्रशासन का दावा है कि 15 जून तब तटबन्ध का मरमत कर दिया जाएगा.

बता दें कि जिला बाढ़ और कटाव की विभीषिका को लगातार झेलता रहा है. हर साल बाढ़ और कटाव से कई लोग बेघर हो जाते है. लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था नाकाफी साबित होती है. वहीं एक बार फिर गंडक की पानी मे लगातार वृद्धि हो रही है. कई जगहों पर कटाव की समस्या उत्पन्न हो गई है. सारण तटबंध और राजस्व छरकी के 72 किलोमीटर में विभाग ने 8 जगहों को अति संवेदनशील बनाया है. यहां हर साल कटाव से लेकर बांध टूटने का डर बना रहता है. ऐसे जगहों पर भी महज 30 से 35 प्रतिशत ही कार्य अभी तक पूरा हुआ है.

संवेदनशील जगहों पर चल रहा काम
पतहरा, मलाही टोला, टंटसपुर के कुछ भाग, वहीं बंधौली, फैजुल्लापुर के कुछ भाग साथ ही सीतलपुर और सारण तटबंध के कुछ भागों को अति संवेदनशील चिन्हित किया गया हैं. जहां कार्य चल रहा है. इन जगहों की देखरेख टेक्निकल विभाग के जानकार कर रहे हैं. भगवानपुर, भैसाही, पतहरा, सलेमपुर, तटबंध पर गंडक नदी का कटाव लगातार जारी है. जल संसाधन विभाग फ्लड फाइटिंग का काम कर रहा है.

अधूरा पड़ा मरम्मती का काम
अधूरा पड़ा मरम्मती का काम

बाढ़ के कारण हो सकती है भारी तबाही
वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन और जल संसाधन विभाग की लापरवाही से बाढ़ के दिनों में तबाही मच सकती है. देर से विभाग ने कार्य शुरू किया है. यह काम बरसात आने तक पूरा नहीं हो सकेगा. इससे इस वर्ष भी कई गांवों में बाढ़ के कारण भारी तबाही से इंकार नहीं किया जा सकता. मानसून के पूर्व 15 मई तक सारण तटबन्ध की मरमती का कार्य पूरा कर लेना था. लेकिन लॉकडाउन के कारण यह काम काफी प्रभावित हुआ है.

समय से नहीं पूरा हो सका तबन्ध का काम
समय से नहीं पूरा हो सका तबन्ध का काम

गांव के लोगों में डर का माहौल
विभाग ने आनन-फानन में जैसे-तैसे सारण तटबन्ध को बचाने के लिए काम शुरू कर दिया है. वहीं इस काम से ग्रामीण इलाकों के लोग संतुष्ट नही है. ग्रामीणों का कहना है की हम लोग काफी डरे हुए है. एक तो यह बांध कई जगहों से कटा हुआ है. बांध के मरमती का काम काफी देर से शुरू किया गया है. महज कुछ जगह से कटाव रोधी और बांध को मजबूत किया जा रहा है. साथ ही सौ बोरी के बदले एक हजार बोरी का लिस्ट तैयार किया रहा है. इसमें सभी लोगो की मिलभगत है.

पेश है रिपोर्ट

15 जून तक पूरा होगा काम
लोगों ने कहा कि विकट परिस्थिति में हमलोग बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं. इस संदर्भ में जिलाधिकारी अरशद अजीज ने कहा कि सारण तटबन्ध का निरीक्षण किया गया था. इसकी मरम्मती को लेकर कार्य किया जा रहा है. कुछ जगहों पर काम बाकी है. उये 15 जून तक पूरा कर लिया जाएगा.

गोपालगंज: जिले में मानसून आने के पहले सारण तटबंध को 15 मई तक मरमती करने का समय निर्धारित किया गया था. लेकिन समय सीमा के 1 महीने बाद भी सारण तटबन्ध की मरम्मती को लेकर पूरी व्यक़्स्था नही हो पाई है. वहीं प्रशासन का दावा है कि 15 जून तब तटबन्ध का मरमत कर दिया जाएगा.

बता दें कि जिला बाढ़ और कटाव की विभीषिका को लगातार झेलता रहा है. हर साल बाढ़ और कटाव से कई लोग बेघर हो जाते है. लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था नाकाफी साबित होती है. वहीं एक बार फिर गंडक की पानी मे लगातार वृद्धि हो रही है. कई जगहों पर कटाव की समस्या उत्पन्न हो गई है. सारण तटबंध और राजस्व छरकी के 72 किलोमीटर में विभाग ने 8 जगहों को अति संवेदनशील बनाया है. यहां हर साल कटाव से लेकर बांध टूटने का डर बना रहता है. ऐसे जगहों पर भी महज 30 से 35 प्रतिशत ही कार्य अभी तक पूरा हुआ है.

संवेदनशील जगहों पर चल रहा काम
पतहरा, मलाही टोला, टंटसपुर के कुछ भाग, वहीं बंधौली, फैजुल्लापुर के कुछ भाग साथ ही सीतलपुर और सारण तटबंध के कुछ भागों को अति संवेदनशील चिन्हित किया गया हैं. जहां कार्य चल रहा है. इन जगहों की देखरेख टेक्निकल विभाग के जानकार कर रहे हैं. भगवानपुर, भैसाही, पतहरा, सलेमपुर, तटबंध पर गंडक नदी का कटाव लगातार जारी है. जल संसाधन विभाग फ्लड फाइटिंग का काम कर रहा है.

अधूरा पड़ा मरम्मती का काम
अधूरा पड़ा मरम्मती का काम

बाढ़ के कारण हो सकती है भारी तबाही
वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन और जल संसाधन विभाग की लापरवाही से बाढ़ के दिनों में तबाही मच सकती है. देर से विभाग ने कार्य शुरू किया है. यह काम बरसात आने तक पूरा नहीं हो सकेगा. इससे इस वर्ष भी कई गांवों में बाढ़ के कारण भारी तबाही से इंकार नहीं किया जा सकता. मानसून के पूर्व 15 मई तक सारण तटबन्ध की मरमती का कार्य पूरा कर लेना था. लेकिन लॉकडाउन के कारण यह काम काफी प्रभावित हुआ है.

समय से नहीं पूरा हो सका तबन्ध का काम
समय से नहीं पूरा हो सका तबन्ध का काम

गांव के लोगों में डर का माहौल
विभाग ने आनन-फानन में जैसे-तैसे सारण तटबन्ध को बचाने के लिए काम शुरू कर दिया है. वहीं इस काम से ग्रामीण इलाकों के लोग संतुष्ट नही है. ग्रामीणों का कहना है की हम लोग काफी डरे हुए है. एक तो यह बांध कई जगहों से कटा हुआ है. बांध के मरमती का काम काफी देर से शुरू किया गया है. महज कुछ जगह से कटाव रोधी और बांध को मजबूत किया जा रहा है. साथ ही सौ बोरी के बदले एक हजार बोरी का लिस्ट तैयार किया रहा है. इसमें सभी लोगो की मिलभगत है.

पेश है रिपोर्ट

15 जून तक पूरा होगा काम
लोगों ने कहा कि विकट परिस्थिति में हमलोग बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं. इस संदर्भ में जिलाधिकारी अरशद अजीज ने कहा कि सारण तटबन्ध का निरीक्षण किया गया था. इसकी मरम्मती को लेकर कार्य किया जा रहा है. कुछ जगहों पर काम बाकी है. उये 15 जून तक पूरा कर लिया जाएगा.

Last Updated : Jun 11, 2020, 11:04 PM IST
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