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अपने आप में नजीर है गोपालगंज का ये CHC, दो बार मिला चुका है कायाकल्प सम्मान - Uchkagaon CHC

गोपालगंच के उचकागांव प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरकारी अस्पतालों के लिये नजीर है. इस अस्पताल की व्यवस्था किसी भी बड़े व निजी अस्पताल से कम नहीं है. अस्पताल की सुविधा को देखते इसे दो बार कायाकल्प सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है.

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गोपालगंज
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Published : Jul 15, 2020, 9:02 PM IST

गोपालगंज: जिला मुख्यालय गोपालगंज से 25 किलोमीटर दूर उचकागांव प्रखंड का समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के कारण आदर्श अस्पताल के श्रेणी में शामिल है. इस अस्पताल की व्यवस्था किसी भी बड़े व निजी अस्पताल से कम नहीं है. इस अस्पताल को हर सुविधा से लैस किया गया है. साथ ही यहां की साफ-सफाई देखकर लगता है कि ये किसी प्राइवेट अस्पताल से कम नहीं है.

जिले के उचकागांव प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रवेश करते ही ऐसा लगता है जैसे किसी निजी नर्सिंग होम में प्रवेश कर रहे हों. आम तौर पर लोगों की धारणा होती है कि सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था राम भरोसे होती है. लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में नजीर पेश कर रहा इस सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में निजी नर्सिंग होम से भी बेहतर सुविधा मरीजों को दी जा रही है. इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक चिकित्सा पदाधिकारी के अलावा 4 डॉक्टर, 1 स्वास्थ्य प्रबंधक, 3 एएनएम, 3 पैरामेडिकल स्टाफ, 3 चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी, 3 क्लर्क तैनात हैं.

देखें ये विशेष रिपोर्ट

1950 में बना था ये सीएचसी
इस केंद्र में वातानुकूलित ओटी, वातानुकूलित प्रसव कक्ष व वार्ड बनाए गए हैं. साफ सफाई की भी व्यवस्था प्रमुखता से की जाती है. मरीजों के मनोरंजन के लिए एलसीडी टीवी भी लगाई गई है. सभी कक्षाओं में टाइल्स, पेंटिंग, एलईडी लाइट, पर्दे, सात रंग के चादर आदि संसाधनों से सुसज्जित कर दिया गया है. वैसे तो यह स्वस्थ्य केंद्र 1950 में स्थापित हुआ था लेकिन चार साल पहले ही यहां करीब 3 करोड़ 14 लाख रुपए खर्च कर भव्य भवन का निर्माण किया गया. तब से लेकर आज तक यह केंद्र चर्चा का विषय बना हुआ है.

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उचकागांव सीएचसी में बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें.

2017 में मिला था सम्मान
इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रदेश स्तर पर सीएचसी अस्पताल में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. साल 2017 में इस केंद्र के बेहतर कार्य को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर के कायाकल्प सम्मान से सम्मानित किया गया. वहीं बिहार सरकार द्वारा 15 लाख रुपये का पुरस्कार भी दिया गया था, जिसका पूरा खर्च इसके भवन व संसाधनों में लगा दिया गया. इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद सुविधाएं किसी भी बड़े अस्पताल से कम नहीं है. यहां का बेहतर अस्पताल भवन अपने आप में आकर्षण का केंद्र है. इसके अलावा यहां गंदगी से निजात पाने के लिए 24 घंटे सफाई की व्यवस्था की गई है.

30 बेड का है ये अस्पताल
इस अस्पताल पर उचकागांव प्रखंड के दो लाख की आबादी के अलावा आस पास के प्रखंड के लोग भी यहां इलाज कराने आते हैं. इस प्रखंड में उचकागांव स्वास्थ्य केंद्र के अलावा अन्य कोई सरकारी स्वाथ्य सुविधा उपलब्ध न होने के कारण अधिकतर लोग यहां इलाज कराने आते है. यहां हर रोज सौ से डेढ़ सौ मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. 30 बेड वाला यह अस्पताल सूबे में अन्य अस्पतालों के लिए प्रेरणास्रोत है.

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उचकागांव सीएचसी में सुविधायें

दो बार मिल चुका है सम्मान
इस संदर्भ में अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. ओपी लाल ने बताया कि टीम भावना से ही आज हम बेहतर कार्य करने में सफल हुए हैं. हमारी टीम पूरी निष्ठा और लगन के साथ अस्पताल के कार्यो में अग्रसर रहे हैं. यही कारण है कि हमे दो बार कायाकल्प सम्मान से सम्मानित किया गया है.

गोपालगंज: जिला मुख्यालय गोपालगंज से 25 किलोमीटर दूर उचकागांव प्रखंड का समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के कारण आदर्श अस्पताल के श्रेणी में शामिल है. इस अस्पताल की व्यवस्था किसी भी बड़े व निजी अस्पताल से कम नहीं है. इस अस्पताल को हर सुविधा से लैस किया गया है. साथ ही यहां की साफ-सफाई देखकर लगता है कि ये किसी प्राइवेट अस्पताल से कम नहीं है.

जिले के उचकागांव प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रवेश करते ही ऐसा लगता है जैसे किसी निजी नर्सिंग होम में प्रवेश कर रहे हों. आम तौर पर लोगों की धारणा होती है कि सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था राम भरोसे होती है. लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में नजीर पेश कर रहा इस सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में निजी नर्सिंग होम से भी बेहतर सुविधा मरीजों को दी जा रही है. इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक चिकित्सा पदाधिकारी के अलावा 4 डॉक्टर, 1 स्वास्थ्य प्रबंधक, 3 एएनएम, 3 पैरामेडिकल स्टाफ, 3 चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी, 3 क्लर्क तैनात हैं.

देखें ये विशेष रिपोर्ट

1950 में बना था ये सीएचसी
इस केंद्र में वातानुकूलित ओटी, वातानुकूलित प्रसव कक्ष व वार्ड बनाए गए हैं. साफ सफाई की भी व्यवस्था प्रमुखता से की जाती है. मरीजों के मनोरंजन के लिए एलसीडी टीवी भी लगाई गई है. सभी कक्षाओं में टाइल्स, पेंटिंग, एलईडी लाइट, पर्दे, सात रंग के चादर आदि संसाधनों से सुसज्जित कर दिया गया है. वैसे तो यह स्वस्थ्य केंद्र 1950 में स्थापित हुआ था लेकिन चार साल पहले ही यहां करीब 3 करोड़ 14 लाख रुपए खर्च कर भव्य भवन का निर्माण किया गया. तब से लेकर आज तक यह केंद्र चर्चा का विषय बना हुआ है.

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उचकागांव सीएचसी में बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें.

2017 में मिला था सम्मान
इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रदेश स्तर पर सीएचसी अस्पताल में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. साल 2017 में इस केंद्र के बेहतर कार्य को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर के कायाकल्प सम्मान से सम्मानित किया गया. वहीं बिहार सरकार द्वारा 15 लाख रुपये का पुरस्कार भी दिया गया था, जिसका पूरा खर्च इसके भवन व संसाधनों में लगा दिया गया. इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद सुविधाएं किसी भी बड़े अस्पताल से कम नहीं है. यहां का बेहतर अस्पताल भवन अपने आप में आकर्षण का केंद्र है. इसके अलावा यहां गंदगी से निजात पाने के लिए 24 घंटे सफाई की व्यवस्था की गई है.

30 बेड का है ये अस्पताल
इस अस्पताल पर उचकागांव प्रखंड के दो लाख की आबादी के अलावा आस पास के प्रखंड के लोग भी यहां इलाज कराने आते हैं. इस प्रखंड में उचकागांव स्वास्थ्य केंद्र के अलावा अन्य कोई सरकारी स्वाथ्य सुविधा उपलब्ध न होने के कारण अधिकतर लोग यहां इलाज कराने आते है. यहां हर रोज सौ से डेढ़ सौ मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. 30 बेड वाला यह अस्पताल सूबे में अन्य अस्पतालों के लिए प्रेरणास्रोत है.

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उचकागांव सीएचसी में सुविधायें

दो बार मिल चुका है सम्मान
इस संदर्भ में अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. ओपी लाल ने बताया कि टीम भावना से ही आज हम बेहतर कार्य करने में सफल हुए हैं. हमारी टीम पूरी निष्ठा और लगन के साथ अस्पताल के कार्यो में अग्रसर रहे हैं. यही कारण है कि हमे दो बार कायाकल्प सम्मान से सम्मानित किया गया है.

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