गोपालगंजः जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन सहकार भारती के एकदिवसीय अभ्यास वर्ग का आयोजन किया गया. यह थावे प्रखंड के लक्षण गांव में की गई. सहकार भारती के प्रदेश अध्यक्ष दीपक चौरसिया ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्धाटन किया. इस दौरान स्थानीय कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष के साथ मंच पर उपस्थित लोगों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया.
संस्कृति और संस्कार में सहकारिता का समावेश
मौके पर प्रखंड के सैकड़ों महिला पुरुष मौजूद रहे. प्रदेश अध्यक्ष दीपक चौरसिया ने बताया कि सहकार भारती की भारतीय जीवन पद्धति संस्कृति और संस्कार में सहकारिता का समावेश है. सहकारिता आपसी सहयोग का ही स्वरूप है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में सहकार भारतीय अपने विभिन्न स्वावलंबन अभियान के तहत राष्ट्र के विकास में सहायक भूमिका का निर्वहन कर रही है.
जनता की आर्थिक सेवा
दीपक चौरसिया ने कहा कि शहद उत्पादन, संयुक्त कृषि, वस्त्र निर्माण,जूट के सामान आदि अनेकों उदाहरण है. जिसे अपनाकर लोग सहकारिता के माध्यम से आर्थिक रूप से सक्षम हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सहकार भारती का मुख्य उद्देश्य जनता की आर्थिक सेवा और समाज का आर्थिक उत्थान करने वाली सहकारिता को शुद्ध और मजबूत करना है.
बिहार का विकास
सहकार भारती के अध्यक्ष ने बताया कि हर एक कमिश्नरी लेवल पर अभ्यास वर्ग होता है. जो कॉपरेटिव के क्षेत्र में काम कर रहा है. खासकर ग्रामीण महिलाएं कॉपरेटिव बनाकर उद्योग चला सकती हैं. इस सिद्धांत से बिहार का विकास हो पाएगा. उन्होंने कहा कि संगठनात्मक स्तर पर अभ्यास वर्ग छोटे-छोटे लघु उद्योग खासकर किसानों के लिए ट्रेडिशनल खेती करते हुए उपज बढ़ाने के लिए काम करती है.