गोपालगंज: खूब चल रही है स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, 5 प्रखंडों के करीब 800 छात्रों ने उठाया लाभ - बिहार की खबर
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत छात्रों को बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम से आगे की पढ़ाई के लिए अधिकतम 4 लाख शिक्षा लोन मिलता है. योजना की खास बात यह है कि इसके तहत लिए गए लोन की गारंटी राज्य सरकार खुद लेती है.
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गोपालगंजः अगर आप बिहार के सीमावर्ती जिले के निवासी हैं और दूसरे राज्य में पढ़ाई करते हैं, तो आपको बिहार सरकार द्वारा संचालित बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड व कुशल युवा कार्यक्रम का लाभ मिलेगा. इसके तहत गोपालगंज जिले के चयनित 5 प्रखंडों के करीब 800 छात्रों ने इस योजना का लाभ उठाया है. इन छात्रों में इस बात की खुशी है कि उन्हें बिहार सरकार से इस तरह की मदद मिल रही है.
52 प्रखंडों के छात्रों को मिला लाभ
दरअसल, राज्य सरकार ने सीमावर्ती राज्य से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा की राह आसान करने के लिए स्टूडेंट क्रेडिट योजना और कुशल युवा कार्यक्रम की योजना 2018 में लाई थी. बिहार के 8 जिले के 52 प्रखंडों के छात्रों को इस योजना का लाभ मिलेगा. जिसमें गोपालगंज, सिवान, पश्चिम चंपारण, नवादा, गया, बक्सर, कैमूर और औरंगाबाद जिला शामिल है. जिसके 52 प्रखंड सीमावर्ती राज्य से सटा हुआ है.
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छात्रों के लिए वरदान है यह योजना
निबंधन व परामर्श केंद्र के प्रबंधक भास्कर ने बताया कि गोपालगंज जिले का पांच सीमावर्ती प्रखंड चयनित हुआ है. जिसमें कटेया, विजयीपुर, कुचायकोट, पंचदेवरी और भोरे शामिल है. इस योजना का लाभ ले रहे छात्रों ने बताया कि इससे हम छात्रों को काफी सहूलियत होती है. अब ऐसे में यह योजना उन छात्रों के लिए वरदान साबित हो रही है, जो छात्र बिहार के होते हुए भी दूसरे राज्य में रहकर पढ़ाई करते हैं.
कई प्रखंडों को नहीं मिलता लाभ
वहीं, गोपालगंज जिले के चयनित इन पांच प्रखण्ड के आलावा दूसरे प्रखण्ड के छात्रों को इस योजना से वंचित रखा गया है. जिले के उचकागांव, हथुआ, फुलवरिया, गोपालगंज मांझा, बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर के प्रखंड के छात्रों को इसका लाभ नहीं मिलता, क्योंकि इन प्रखंड के छात्र सीमावर्ती इलाके के नहीं माने जाते हैं. इन प्रखंडों के छात्र अगर दूसरे राज्य में पढ़ाई करते हैं, तो उन्हें स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ नहीं मिल पाता है.
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क्या है क्रेडिट कार्ड योजना
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत छात्रों को बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम से आगे की पढ़ाई के लिए अधिकतम 4 लाख शिक्षा लोन मिलता है. योजना की खास बात यह है कि इसके तहत लिए गए लोन की गारंटी राज्य सरकार खुद लेती है. साथ ही लड़कियों को मात्र 1% लड़कों को मात्र 4% साधारण ब्याज पर लोन मिलता है. जिसे लेकर कर आगे की पढ़ाई पूरी की जा सकती है.
पहले नहीं मिलता था ये लाभ
पूर्व में दूसरे राज्य में पढ़ाई करने वाले बिहार के छात्रों को इस योजना का लाभ नहीं मिलता था. क्योंकि बिहार के निवासी होते हुए भी वह दूसरे राज्य में 10वीं और 12वीं की पढ़ाई करते थे. राज्य सरकार ने नियम में संशोधन करते हुए दूसरे राज्य की सीमा से सटे जिलों को लाभ देने का नियम बनाया है. जिसमें गोपालगंज प्रखंड के 5 चयनित प्रखण्ड के 800 सौ छात्रों को इसका लाभ मिला है.
योजना में किया गया संशोधन
पहले स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड व कुशल युवा कार्यक्रम का लाभ ऐसे गरीब छात्रों को मिलता था जो बिहार के निवासी होने के साथ-साथ उसकी पढ़ाई भी बिहार के किसी संस्थान में होती थी. जिससे बिहार से बाहर रहकर पढ़ने वाले छात्रों को इस लाभ से वंचित होना पड़ता था. लेकिन राज्य सरकार ने इसमें संशोधन करते हुए बिहार से सटे उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्य से 10वीं और 12वीं करने वाले छात्रों को भी इन योजनाओं का लाभ देने का आदेश दिया.
Body:हलांकि गोपालगंज जिले के चयनित इन पांच प्रखण्ड के आलावे दूसरे प्रखण्ड के छात्रों को इस योजना से वंचित रखा गया है। निबंधन व परामर्श केंद्र के प्रबंधक भास्कर ने बताया कि गोपालगंज जिले के पांच सीमावर्ती प्रखंड चयनित हुआ है। जिसमें कटेया, विजयीपुर,कुचायकोट, पंचदेवरी और भोरे शामिल है। इस योजना के लाभ प्राप्त किए छात्रों ने बताया की इससे हम छात्रों को काफी सहूलियत होती है। और सरकार के द्वारा मिलने वाले चार लाख रुपए शिक्षा के लिए लोन दिए जाते हैं। जिसे प्राप्त कर आगे की पढ़ाई पूरी की जा सकती है। अब ऐसे में यह योजना उन छात्रों के लिए वरदान साबित होती है जो छात्र बिहार के होते हुए भी दूसरे राज्य में रह कर पढ़ाई करते है। वही गोपालगंज जिले के उचकागांव हथुआ फुलवरिया गोपालगंज मांझा बरौली सिधवलिया और बैकुंठपुर के प्रखंड के छात्रों को इसका लाभ नहीं मिलता क्योंकि इन प्रखंड के छात्र सीमावर्ती इलाके के नहीं माने जाते हैं। इन प्रखंड के छात्र अगर दूसरे राज्य में पढ़ाई करते हैं, तो उन्हें स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ नहीं मिल पाता है। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत छात्रों को बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम से आगे की पढ़ाई के लिए अधिकतम 4 लाख शिक्षा लोन मिलता है। योजना की खास बात यह है कि इसके तहत लिए गए लोन की गारंटी राज्य सरकार खुद होती है। साथ ही लड़कियों को मात्र 1% लड़कों को मात्र 4% साधारण ब्याज पर लोन मिलता है।
पहले नही मिलता था इन योजना का लाभ
पूर्व में दूसरे राज्य में पढ़ाई करने वाले बिहार के छात्रों को इस योजना का लाभ नहीं मिलता था। क्योंकि बिहार के निवासी होते हुए भी वह दूसरे राज्य में 10वीं और 12वीं की पढ़ाई करते थे। राज्य सरकार ने नियम में संशोधन करते हुए दूसरे राज्य के सीमा से सटे जिले जिला को लाभ देने का नियम बनाया है। जिसमें गोपालगंज प्रखंड के 5 चयनित प्रखण्ड के 800 सौ छात्रों को इसका लाभ मिला है। बिहार सरकार ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम व कुशल युवा कार्यक्रम का लाभ ऐसे विद्यार्थियों को देने के लिए योजना बनाई थी जो 12वीं की परीक्षा पास कर चुके हैं। योजना के तहत गरीब छात्रों को बैंक से आगे की पढ़ाई के लिए लोन मिल सके। इस योजना का लाभ ऐसे विद्यार्थी ले सकते हैं। जो दसवीं और बारहवीं या समतुल्य परीक्षा उत्तीर्ण किया छात्रों को बिहार के निवासी होने के साथ-साथ उसकी पढ़ाई भी बिहार के किसी संस्थान में हुई हो। जिससे बिहार से बाहर रहकर पढ़ने वाले छात्रों को इस लाभ से वंचित होना पड़ता था। लेकिन राज्य सरकार ने इस में संशोधन करते हुए बिहार से सटे उत्तर प्रदेश झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्य से 10वीं और 12वीं करने वाले छात्रों को भी इन योजनाओं का लाभ देने का आदेश दिया। सरकार की इस योजना के अंतर्गत बिहार राज्य से मान्यता प्राप्त संस्थानों से 12वीं अथवा 10वीं परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों तथा बिहार राज्य के सीमावर्ती जिलों के सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश झारखंड और पश्चिम बंगाल के किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से पढ़ाई पूरी की हो प्रखंड का स्थाई निवासी होना चाहिए
ज्ञातव्य हो की सीमावर्ती राज्य से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा की राह आसान करने के लिए राज्य सरकार ने बिहार के 8 जिले के 52 प्रखंडों के छात्रों के लिए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट योजना और कुशल युवा कार्यक्रम के तहत लाभ देने की योजना तैयार की है जिसमें गोपालगंज, सिवान, पश्चिम चंपारण, नवादा, गया, बक्सर, कैमूर और औरंगाबाद जिला शामिल है। जिसके 52 प्रखंड सीमावर्ती राज्य से सटा हुआ है।
Conclusion:na