गोपालगंज: गोपालगंज में जहरीली शराब से मौत (Death Due to Poisonous Liquor in Gopalganj) के बाद प्रशासन के रवैये पर भी सवाल उठने लगे हैं. मृतक के परिजनों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बसहां गांव के रहने वाले रामचंद्र शर्मा ने कहा कि उसका बेटा देवेंद्र शर्मा अब इस दुनियां में नहीं रहा, लेकिन प्रशासन शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने की बजाय उन्हें बचाने की कोशिश कर रहा है. रामचंद्र के मुताबिक बेटे की मौत होने के बाद मुखिया के साथ पुलिस उसके पास पहुंची थी. जहां शराब से मौत नहीं होने की बात कहने के लिए दबाव बनाने लगी. इस दौरान मुखिया ने जबरन एक कागज पर उसके अंगूठे का निशान भी ले लिया.
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जहरीली शराब से 5 की मौत: दरअसल, जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में शुक्रवार की रात से लेकर शनिवार की शाम तक एक-एक कर पांच लोगों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से ही सभी की मौत हुई है. हालांकि गोपालगंज डीएम नवल किशोर चौधरी (Gopalganj DM Naval Kishore Chowdhary) ने कहा कि एसडीओ और एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम गठित कर दी गई है. जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जहरीली शराब पीने से जिन 5 लोगों की मौतें हुई हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं...
- देवेंद्र शर्मा (उम्र-35) पिता - रामचंद्र शर्म, घर- बसहां, बैकुंठपुर प्रखंड, गोपालगंज
- रमेश महतो (उम्र-48) पिता - बहारन महतो, घर- बसहां, बैकुंठपुर प्रखंड, गोपालगंज
- राजेश्वर सिंह (उम्र-75) पिता -रामसुंदर सिंह, घर- एकडेरवा, बैकुंठपुर प्रखंड, गोपालगंज
- जेके यादव (उम्र-40) घर-सोनवलिया कोड़र, बैकुंठपुर प्रखंड, गोपालगंज
- बहारन मियां (उम्र-50) घर-सिरसा सर्वोदय टोला, बैकुंठपुर प्रखंड, गोपालगंज
सुबह-सुबह शव का दाह-संस्कार: इस घटना के बाद बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बसहां गांव में रमेश महतो के घर पर चीख-पुकार मची है. पत्नी प्रमीला देवी रो-रो कर शराब पीने से पति के मौत होने की कहानी बयां कर रही है. बताया जाता है कि 48 साल के रमेश महतो राजमिस्त्री का काम करते थे. शुक्रवार की शाम काम से लौटने पर गांव में ही शराब पी ली थी. जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी. परिजन देर रात में स्थानीय अस्पताल लेकर गए लेकिन बचाया नहीं जा सका. सुबह होते ही प्रशासन ने शव का दाह-संस्कार करवा दिया.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल: उधर, बसहां गांव में ही देवेंद्र शर्मा के घर भी मातम छाया है. परिवार के लोग देवेंद्र की मौत से सदमे में हैं. 35 साल के देवेंद्र के पिता रामचंद्र शर्मा बताते हैं कि उनका बेटा फर्नीचर का काम करता था. मेहनत-मजदूरी कर अपने पांच छोटे-छोटे बच्चों का पालन-पोषण करता था. शुक्रवार की शाम को काम से लौटने के बाद पकड़ी मोड़ के पास शराब पी ली थी, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गयी और घर आने के बाद रात में मौत हो गयी. वहीं एकडेरवां गांव के 75 साल के राजेश्वर सिंह और सोनवलिया कोडर गांव के जेके यादव की भी शराब पीने से मौत हो गयी.
जहरीली शराब से मौत का तीसरा मामला: दरअसल बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से गोपालगंज में जहरीली शराब से मौत का यह तीसरा मामला है. इससे पहले 2 नवंबर 2021 को जिले के महम्मदपुर थाने के महम्मदपुर गांव में 21 लोगों की मौत हुई थी. प्रशासन ने 14 लोगों के मरने की पुष्टि की थी. जबकि उसी साल 20 फरवरी 2021 को विजयीपुर थाने के मझवलिया में जहरीली शराब से 6 लोगों की जानें गईं थीं. वहीं, जिस साल शराबबंदी कानून लागू हुआ था, उसी साल 15 अगस्त 2016 को नगर थाने के खजूरबानी में जहरीली शराब पीने से 19 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. आंकड़ों पर गौर करें तो अबतक जहरीली शराब पीने से 50 लोगों की मौत हो चुकी है.
जांच के लिए टीम गठित: गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में हुई इस हालिया घटना ने सरकार और प्रशासन के दावों पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा कि मीडिया के माध्यम खबर मिली है. अभी तक ऐसी सूचना नहीं मिली है लेकिन हमने जांच के लिए टीम गठित कर दिया है. उन्होंने कहा कि यदि मामला सही पाया जाता है तो दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने कहा कि बैकुंठपुर इलाके में कल से रेड चल रहा है और ड्रोन से इलाके का सर्वे भी कराया जा रहा है, ताकि शराब के ठिकानों का पता लगाकर ध्वस्त किया जा सके.
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