गोपलगंजः जिले में गंडक के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण देवापुर के पास बने छरकी और मुख्य बांध टूट गए हैं और पानी गांव की ओर रुख कर चुका है. इससे एक बार फिर बाढ़ पीड़ित भय के साये में जीने को मजबूर हैं. बाल्मीकि नगर गंडक बराज से 4 लाख 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. जिससे बांध पर दबाव पड़ने से यह टूट गया.
पानी के ओवरफ्लो होने से टूटा बांध
दरअसल नेपाल के तराई इलाके में हो रही बारिश के कारण बाल्मीकि नगर बराज से चार लाख बारह हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे गंडक के जलस्तर में लगातार वृद्धि होना शुरू हो चुका है. बढ़ते जलस्तर के कारण पूर्व में बरौली प्रखंड के देवापुर में मरम्मत की गई छरकी से पानी के ओवरफ्लो होने से टूटने लगी. छरकी टूट जाने के कारण गंडक का पानी तेजी से मुख्य बांध की ओर फैलने लगा और देखते ही देखते सारण तटबंध भी टूट गया.
कई गांव हुए थे तबाह
तटबंध टूटने से पानी तेजी से गांव की ओर फैलने लगा है जिससे बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. बता दें कि 23 जुलाई की रात में गंडक नदी के दबाव से यही छरकी और मुख्य सारण तटबंध टूटा था. जिसके कारण कई गांव तबाह हो गए थे. नदी के जल स्तर बढ़ने से छरकी और मुख्य सारण तटबंध के मरम्मती भाग फिर से टूट गया है. इससे लोगों के बीच भय का माहौल है.
गांव में प्रवेश करने लगा पानी
एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल ने कहा कि गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. यही कारण है कि पिछले बार जहां तटबंध टूटा था वहीं फिर से यह टूट गया और पहले की तरह ही पानी गांव में प्रवेश करने लगा है. उन्होंने कहा कि लोगों ने पहले जहां शरण ली थी वहीं उनसे शरण लेने का अनुरोध किया गया है.