ETV Bharat / state

गैस सिलेंडर के उपयोग से पहले बरतें ये सावधानियां, एक्सपायरी डेट की जरूर कर लें जांच - प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना

एलपीजी गैस का प्रयोग करने से पहले कई तरह की सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी है. बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि गैस सिलेंडर भी एक्सपायर होते हैं और एजेंसी भी अपने उपभोक्ता को सही जानकारी इस बारे में नहीं देती है.

precautions before using gas cylinder
गैस सिलेंडर उपयोग करने के पहले बरतें सावधानियां
author img

By

Published : Feb 28, 2020, 7:20 AM IST

गोपालगंज: एलपीजी गैस का प्रयोग सभी घरों में खाना बनाने के लिए किया जाता है, लेकिन इसको यूज करने से पहले कई तरह की सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी होती है. अक्सर एलपीजी गैस सिलेंडर के कारण होने वाली दुर्घटना की खबर आती है. जिसमें गैस लीक होने के कारण आग लग जाती है. इसके आलावा ग्रीन रबड़ का पाइप प्रयोग करना भी खतरे से खाली नहीं है. ऐसे पाइप पर मौसम का असर जल्दी पड़ता है और ट्यूब में दरार आने की संभावना बढ़ जाती है. साथ ही इससे लिकेज होने की भी संभावना बनी रहती है.

एक्सपायरी डेट जांच जरूर करें
बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि गैस सिलेंडर भी एक्सपायर होते हैं और एजेंसी भी अपने उपभोक्ता को सही जानकारी इस बारे में नहीं देती है. एक्सपायर सिलेंडर उपयोग करने से होने वाले हादसों के लिए अधिकतर उपभोक्ता को ही जिम्मेदार बताया जाता है, लेकिन हर बार यह दलील सही नहीं होती. हादसे के कारणों में गैस सिलेंडर का होना भी शामिल है. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि उपभोक्ता जो भी एलपीजी गैस खरीदे, उसकी एक्सपायरी डेट जांच जरूर करें.

देखें ये रिपोर्ट

ऐसे करें एक्सपायरी सिलेंडर की जांच
एलपीजी गैस सिलेंडर के सबसे ऊपरी भाग, जहां रेगुलेटर लगाया जाता है वहां एक पीले या सफेद रंग की पट्टी होती है. जिस पर अंग्रेजी के अक्षर एबीसीडी के साथ कुछ अंक लिखे होते हैं. एबीसीडी कुछ और नहीं बल्कि तीन महीनों के ग्रुप होते हैं.

अंग्रेजी के अक्षर:

  • A का मतलब मार्च
  • B का मतलब जून
  • C का मतलब सितंबर
  • D का मतलब दिसम्बर

अंग्रेजी के इन अक्षरों के आगे अंक लिखे होते हैं. ये अंक एक्सपायर होने के वर्ष की जानकारी देते हैं. सिलेंडर के पट्टी पर C-18 लिखा है, तो इसका मतलब है कि यह सिलेंडर सितंबर 2018 तक उपयोग करने के लायक है. गोपालगंज के इंडियन गैस एजेंसी के प्रबंधक प्रतीक परिमल ने बताया कि एजेंसी समय-समय पर वर्कशॉप आयोजित करती है. साथ ही अपने वेंडरों को सख्त हिदायत देती है कि उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर देते समय उसकी जांच और वजन जरूर करें. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को ग्रीन ट्यूब यूज नहीं करने को लेकर भी सलाह दी जाती है. उन्हें एजेंसी की ओर से आईएसआई मार्क वाला पाइप यूज करने की सलाह दी जाती है.

ये भी पढ़ें: 'NRC के खिलाफ प्रस्ताव पारित होने से बिहार में होगा मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण'

गैस सिलेंडर उपयोग करते समय बरतें ये आवश्यक सावधानी:

  • सबसे पहले व्यक्ति को इसकी जांच कर लेनी चाहिए कि सिलेंडर में लीकेज तो नहीं है. अगर सिलेंडर में लीकेज है तो उसे तत्काल वापस करें और एजेंसी को सूचित कर दें.
  • गैस सिलेंडर के साथ दी गई सुरक्षा टोपी को गैस के साथ ही बांध कर रखें.
  • किसी अच्छे मैकेनिक से अपनी गैस उपकरणों की नियमित जांच और सर्विस करवाते रहें.
  • सिलेंडर खाली होने पर उसे सुरक्षा टोपी लगाकर ठंडे और हवादार स्थान पर रखें.
  • गैस का प्रयोग न करते समय और रात को सोने से पहले रेगुलेटर नॉब को ऑफ कर दें. गैस स्टोव हमेशा सिलेंडर से ऊंचे स्थान पर रखें.
  • यदि गैस लीक हो रही है तो हवा के आवागमन के लिए सभी दरवाजे और खिड़कियां खोल दें. अगरबत्ती, मोमबत्ती और अन्य लैंप इत्यादि बंद कर दे. गैस का रेगुलेटर बंद कर दें और सारे गैस स्टोव भी बंद कर दें. घर के इलेक्ट्रिक स्विच प्रयोग में ना लें.

इन बातों पर ध्यान देना जरूरी
अगर आप गैस सिलेंडर इस्तेमाल करते हैं तो आपको इन बातों पर ध्यान जरूर देनी चाहिए. दरअसल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत देश भर में आठ करोड़ महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन दिए गए हैं. यह ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्हें गैस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. ईटीवी भारत का प्रयास है कि ऐसे उपभोक्ताओ को गैस के सही उपयोग करने के प्रति जागरूक करें.

गोपालगंज: एलपीजी गैस का प्रयोग सभी घरों में खाना बनाने के लिए किया जाता है, लेकिन इसको यूज करने से पहले कई तरह की सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी होती है. अक्सर एलपीजी गैस सिलेंडर के कारण होने वाली दुर्घटना की खबर आती है. जिसमें गैस लीक होने के कारण आग लग जाती है. इसके आलावा ग्रीन रबड़ का पाइप प्रयोग करना भी खतरे से खाली नहीं है. ऐसे पाइप पर मौसम का असर जल्दी पड़ता है और ट्यूब में दरार आने की संभावना बढ़ जाती है. साथ ही इससे लिकेज होने की भी संभावना बनी रहती है.

एक्सपायरी डेट जांच जरूर करें
बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि गैस सिलेंडर भी एक्सपायर होते हैं और एजेंसी भी अपने उपभोक्ता को सही जानकारी इस बारे में नहीं देती है. एक्सपायर सिलेंडर उपयोग करने से होने वाले हादसों के लिए अधिकतर उपभोक्ता को ही जिम्मेदार बताया जाता है, लेकिन हर बार यह दलील सही नहीं होती. हादसे के कारणों में गैस सिलेंडर का होना भी शामिल है. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि उपभोक्ता जो भी एलपीजी गैस खरीदे, उसकी एक्सपायरी डेट जांच जरूर करें.

देखें ये रिपोर्ट

ऐसे करें एक्सपायरी सिलेंडर की जांच
एलपीजी गैस सिलेंडर के सबसे ऊपरी भाग, जहां रेगुलेटर लगाया जाता है वहां एक पीले या सफेद रंग की पट्टी होती है. जिस पर अंग्रेजी के अक्षर एबीसीडी के साथ कुछ अंक लिखे होते हैं. एबीसीडी कुछ और नहीं बल्कि तीन महीनों के ग्रुप होते हैं.

अंग्रेजी के अक्षर:

  • A का मतलब मार्च
  • B का मतलब जून
  • C का मतलब सितंबर
  • D का मतलब दिसम्बर

अंग्रेजी के इन अक्षरों के आगे अंक लिखे होते हैं. ये अंक एक्सपायर होने के वर्ष की जानकारी देते हैं. सिलेंडर के पट्टी पर C-18 लिखा है, तो इसका मतलब है कि यह सिलेंडर सितंबर 2018 तक उपयोग करने के लायक है. गोपालगंज के इंडियन गैस एजेंसी के प्रबंधक प्रतीक परिमल ने बताया कि एजेंसी समय-समय पर वर्कशॉप आयोजित करती है. साथ ही अपने वेंडरों को सख्त हिदायत देती है कि उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर देते समय उसकी जांच और वजन जरूर करें. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को ग्रीन ट्यूब यूज नहीं करने को लेकर भी सलाह दी जाती है. उन्हें एजेंसी की ओर से आईएसआई मार्क वाला पाइप यूज करने की सलाह दी जाती है.

ये भी पढ़ें: 'NRC के खिलाफ प्रस्ताव पारित होने से बिहार में होगा मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण'

गैस सिलेंडर उपयोग करते समय बरतें ये आवश्यक सावधानी:

  • सबसे पहले व्यक्ति को इसकी जांच कर लेनी चाहिए कि सिलेंडर में लीकेज तो नहीं है. अगर सिलेंडर में लीकेज है तो उसे तत्काल वापस करें और एजेंसी को सूचित कर दें.
  • गैस सिलेंडर के साथ दी गई सुरक्षा टोपी को गैस के साथ ही बांध कर रखें.
  • किसी अच्छे मैकेनिक से अपनी गैस उपकरणों की नियमित जांच और सर्विस करवाते रहें.
  • सिलेंडर खाली होने पर उसे सुरक्षा टोपी लगाकर ठंडे और हवादार स्थान पर रखें.
  • गैस का प्रयोग न करते समय और रात को सोने से पहले रेगुलेटर नॉब को ऑफ कर दें. गैस स्टोव हमेशा सिलेंडर से ऊंचे स्थान पर रखें.
  • यदि गैस लीक हो रही है तो हवा के आवागमन के लिए सभी दरवाजे और खिड़कियां खोल दें. अगरबत्ती, मोमबत्ती और अन्य लैंप इत्यादि बंद कर दे. गैस का रेगुलेटर बंद कर दें और सारे गैस स्टोव भी बंद कर दें. घर के इलेक्ट्रिक स्विच प्रयोग में ना लें.

इन बातों पर ध्यान देना जरूरी
अगर आप गैस सिलेंडर इस्तेमाल करते हैं तो आपको इन बातों पर ध्यान जरूर देनी चाहिए. दरअसल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत देश भर में आठ करोड़ महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन दिए गए हैं. यह ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्हें गैस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. ईटीवी भारत का प्रयास है कि ऐसे उपभोक्ताओ को गैस के सही उपयोग करने के प्रति जागरूक करें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.