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'कोटा में भूख से तड़प रहे हमारे बच्चे, मदद करे सरकार नही तो लाने का दे पास'

हथुआ अनुमंडल के मीरगंज की कई छात्राएं कोटा में रह कर मेडिकल कि तैयारी करती है. लॉकडाउन के कारण छात्राओं की समस्या को देखते हुए कुछ राज्य की सरकारों ने पहल कर उन्हें वापस बुला लिया. वहीं बिहार की छात्राएं आज भी वही फंसी हुई है.

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Published : Apr 22, 2020, 12:02 AM IST

Updated : Apr 22, 2020, 10:41 AM IST

गोपालगंज: कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी करने वाली जिले के मीरगंज की छात्राएं अपने घर लौटने को परेशान हैं. हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं के सामने भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं चिंतित छात्राओं के परिजनों ने सरकार व जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.

देश मे लगाए गए लॉकडाउन के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. ऐसे में जिले से बाहर रहकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं की भी परेशानियां बढ़ गई है. जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर दूर हथुआ अनुमंडल के मीरगंज की कई छात्राएं कोटा में रह कर मेडिकल कि तैयारी करती है. लॉकडाउन के कारण छात्राओं की समस्या को देखते हुए कुछ राज्य की सरकारों ने पहल कर उन्हें वापस बुला लिया. वहीं बिहार की छात्राएं आज भी वही फंसी हुई है. उन्हें वहां से निकालने की अब तक कोई पहल नही की गई है. वहीं दूसरी ओर छात्राओं के सामने खाने की समस्या उत्पन्न हो गई है. छात्राओं के अनुसार हॉस्टल में खाने की कटौती की जा रही है.

पेश है एक रिपोर्ट

प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
पेशे से मिस्त्री मीरगंज निवासी रमेश प्रसाद की बेटी पूजा कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी करती है. उन्होंने बताया कि हॉस्टल से सभी छात्रांए अपने अपने घर चली गई. लेकिन पूजा और उसकी एक दोस्त वहीं फसी हुई है. पूजा रोज फोन कर घर वापस आने की बात कहती है. लेकिन हम यहां से कुछ भी नही कर सकते हैं. वही कई छात्र छात्राओं के परिजनों ने सरकार व प्रशासन से अपने बच्चों को वापस लाने की मांग की है. साथ ही परिजनों का कहना है कि अगर जिला प्रशासन हम लोगों को पास भी मुहैया कराता तो हम लोग खुद जाकर अपने बच्चों को लेकर आ जाएंगे.

गोपालगंज: कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी करने वाली जिले के मीरगंज की छात्राएं अपने घर लौटने को परेशान हैं. हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं के सामने भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं चिंतित छात्राओं के परिजनों ने सरकार व जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.

देश मे लगाए गए लॉकडाउन के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. ऐसे में जिले से बाहर रहकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं की भी परेशानियां बढ़ गई है. जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर दूर हथुआ अनुमंडल के मीरगंज की कई छात्राएं कोटा में रह कर मेडिकल कि तैयारी करती है. लॉकडाउन के कारण छात्राओं की समस्या को देखते हुए कुछ राज्य की सरकारों ने पहल कर उन्हें वापस बुला लिया. वहीं बिहार की छात्राएं आज भी वही फंसी हुई है. उन्हें वहां से निकालने की अब तक कोई पहल नही की गई है. वहीं दूसरी ओर छात्राओं के सामने खाने की समस्या उत्पन्न हो गई है. छात्राओं के अनुसार हॉस्टल में खाने की कटौती की जा रही है.

पेश है एक रिपोर्ट

प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
पेशे से मिस्त्री मीरगंज निवासी रमेश प्रसाद की बेटी पूजा कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी करती है. उन्होंने बताया कि हॉस्टल से सभी छात्रांए अपने अपने घर चली गई. लेकिन पूजा और उसकी एक दोस्त वहीं फसी हुई है. पूजा रोज फोन कर घर वापस आने की बात कहती है. लेकिन हम यहां से कुछ भी नही कर सकते हैं. वही कई छात्र छात्राओं के परिजनों ने सरकार व प्रशासन से अपने बच्चों को वापस लाने की मांग की है. साथ ही परिजनों का कहना है कि अगर जिला प्रशासन हम लोगों को पास भी मुहैया कराता तो हम लोग खुद जाकर अपने बच्चों को लेकर आ जाएंगे.

Last Updated : Apr 22, 2020, 10:41 AM IST
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